– बीजेपी और आदिवासी समाज की ओर से आदिवासी संस्कृति और राजस्थानी परम्परा से स्वागत
जयपुर. राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आज वोट की अपील करने जयपुर पहुंची। बीजेपी और आदिवासी समाज की ओर से जयपुर में उनका आदिवासी संस्कृति और राजस्थानी परम्परा से स्वागत हुआ। राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ को चुनाव एजेंट बनाया गया है। विधायक जोगेश्वर गर्ग को कॉर्डिनेटर और रामलाल शर्मा को को-कॉर्डिनेटर का जिम्मा दिया गया है। इससे पहले जयपुर एयरपोर्ट से लेकर होटल तक उनका 3 जगह स्वागत हुआ। आदिवासी नृत्य, लोक गीत-संगीत के कार्यक्रम हुए। एयरपोर्ट पर राजस्थान बीजेपी नेताओं के साथ जयपुर बीजेपी ने मुर्मू का स्वागत किया। इसके बाद बीजेपी महिला मोर्चा की ओर से तिलक लगाकर और माला पहनाकर मुर्मू पर फूल बरसाए। बीजेपी एसटी मोर्चा और आदिवासी समाज की ओर से होटल के बाहर स्वागत का कार्यक्रम रखा गया।
कार्यक्रम स्थल पर बीजेपी नेताओं, एसटी मोर्चा, महिला मोर्चा से आने वाले कई जनप्रतिनिधि, ब्यूरोक्रेट्स, प्रोफेशनल्स,सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि की मुर्मू से मुलाकात हुई। इसके बाद बीजेपी के सांसद-विधायकों के साथ बैठक में द्रौपदी मुर्मू का अलग से इंट्रैक्शन हुआ। सभी से वोट की अपील की। दूसरी पार्टियों के विधायकों से भी वोट की अपील कर रही है। इसके लिए बीजेपी ने कांग्रेस, आरएलपी, बीटीपी और निर्दलीय विधायकों से भी सम्पर्क साधना शुरू कर दिया है।द्रौपदी मुर्मू जयपुर के होटल क्लार्क्स आमेर में बीजेपी सांसद-विधायकों से वोट की अपील कर रवाना हुईं। इस दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा वो राष्ट्रपति पद की पहली आदिवासी महिला उम्मीदवार हैं। पिछले 3 राष्ट्रपति चुनाव में बीजेपी ने यह संदेश दिया कि भारत सबको साथ लेकर आगे चलने वाला है। अटल बिहारी वाजपेयी ने मिसाइलमैन एपीजे अब्दुल कलाम् का सलेक्शन किया। उनकी काबिलियत और योग्यता को मान और सम्मान दिया। रामनाथ कोविंद को भी राष्ट्रपति बनाया गया। उनका कार्यकाल भी देश के लिए समर्पित रहा। अब आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को उनके काम और योग्यता को ध्यान में रखते हुए इस पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। जबकि समाज के उस तबके को अब तक किसी ने छुआ ही नहीं। 70 साल के इतिहास में किसी ट्राइबल महिला को सर्वोच्च स्थान देने से देश का मान दुनिया में बढ़ेगा। हमारे यहां भी हर व्यक्ति यह सोचता है कि मैं कितना भी पिछड़ा हुआ हूँ। लेकिन अगर मुझ में योग्यता और काबिलियत है, तो हिन्दुस्तान के इस राष्ट्रीय दल में यह विचार है कि वो उनको तलाशने की कोशिश करता है।
– द्रौपदी मुर्मू मेहनत और सादगी के रूप में उभरकर आई
वसुंधरा राजे ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी और जेपी नड्डा का आभार प्रकट करती हूं, उन्होंने इतना अच्छा निर्णय किया है। इससे पहले रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति थे। अब द्रौपदी मुर्मू को देश के सामने पेश किया है। वह नीचे से चलते-चलते यहां तक पहुंची हैं। कई मुसीबतों से निकलने के बाद साहसी महिला के तौर पर सबके सामने उभरकर आई हैं। मुझे विश्वास है जो डिसीजन लिया है, उससे देश ही नहीं भारत के बाहर भी लोग तारीफ करेंगे। वह अच्छी तरह जीतकर आएंगी। वसुंधरा राजे ने आदिवासी महिलाओं की ओर से उनको चुनरी ओढ़ाने और चूड़ियां पहनाए जाने पर कहा ये हमारा परिवार है। मैं तो इसे हमेशा धन्यवाद देती हूँ। क्योंकि आदिवासी भाई-हिनों के साथ मैंने बहुत समय निकाला है। दो बार हम जोरदार तरीके से चुनाव जीते। इसके पीछे बहुत बड़ा हाथ आदिवासी परिवार का है। उन्होंने जिस तरह हमको साथ दिया वो सबके सामने है। आज उसी आदिवासी समाज में से निकलकर एक महिला मेहनत और सादगी के रूप में उभरकर आई हैं। ऐसे व्यक्तित्व को चुनना और सबके सामने आगे करने के लिए मैं हमारे शीर्ष नेतृत्व को धन्यवाद करती हूँ। मुझे विश्वास है देश को तो मुर्मू पर गर्व होगा, दुनिया भी उनका नाम लेगी। सांसद राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा बीजेपी और एनडीए की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का राजस्थान में स्वागत है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को राजस्थान विधानसभा में सीक्रेट तरीके से मतदान होगा।
– दो नेता मुर्मू के स्वागत कार्यक्रम में भिड़े
एनडीए की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के स्वागत कार्यक्रम में एंट्री को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता आपस में भिड़ गए। बीजेपी के राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने आदिवासी जिलों के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम में एंट्री नहीं देने पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ को जमकर खरी-खोटी सुनाई। जवाब में राठौड़ ने भी किरोड़ी को लहजा सुधारने की नसीहत दी। काफी देर तक दोनों नेताओं के बीच बहस चलती रही। मामला इतना बढ़ गया कि केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीच-बचाव कर मामला शांत करवाया। वहीं, कांग्रेस ने भाजपा नेताओं की आपसी तकरार पर चुटकी ली है। असल में होटल क्लार्क्स आमेर में द्रौपदी मुर्मू के स्वागत कार्यक्रम में केवल उन्हीं नेताओं को एंट्री दी जा रही थी, जिनके पास बने हुए थे। किरोड़ीलाल आदिवासी जिलों के कुछ नेताओं-कार्यकर्ताओं के साथ स्वागत के लिए पहुंचे थे।

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