अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का उद्घाटन किया
jaipur. होम मिनिस्टर अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश – ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट की पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में बोलते हुए कहा कि उन्हें यह जानकर खुशी है कि हिमाचल सरकार इतने कम समय में 13 हजार करोड़ की योजनाओं को धरातल पर उतारने में सफल हुई।
अमित शाह ने कहा कि लगभग तीन महीने पहले हुर्ए इन्वेस्टर्स समिट में 85 हजार के एमओयू हुए जिसमें से अल्प अवधि में ही 13 हजार करोड के इन्वेस्टमेंट को जमीन पर उतारने का काम किया गया है। शाह का कहना था कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले 5 वर्षों के भीतर वैश्विक स्तर पर 11 वें स्थान से छठे स्थान पर पहुंच गई है जो स्वतंत्र भारत के इतिहास में अभूतपूर्व है। गृह मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा सुशासन का एक मॉडल स्थापित करके ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की सुविधा के लिए उठाए गए सक्रिय कदमों का भी हवाला दिया। उनका कहना था कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मात्र 5 सालों में इज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत 142वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंच गया है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने ’न्यू इंडिया’ का सपना देखा है। श्री नरेंद्र मोदी ने रिफार्म-परफार्म-ट्रांसफॉर्म की नीति अपनाई है जिसे जमीन पर उतारने में हिमाचल सरकार सफल हुई है । उनका यह भी कहना था कि सरकार इस बात के लिए प्रयासरत है कि यहां के युवा को कहीं जाना न पड़े और हिमाचल उद्योग की दृष्टि से भी मॉडल स्टेट बने।
अमित शाह ने कहा कि कार्पोरेट टैक्स में बदलाव किया गया और भारत विश्व में सबसे कम कॉरपोरेट टैक्स वाला देश बन गया है। उनका कहना था कि इससे बैलेंस शीट को ताकत मिलेगी जिससे उद्योग और मजबूत होगा। सूक्ष्म और मध्यम श्रेणी के उद्योगों को बढावा देने का काम किया जा रहा है जिससे यहां का युवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सके।
अमित शाह ने कहा कि यहां पन-बिजली बनाने के लिए अपार संभावनाएं हैं और जलवायु परिवर्तन पर असर किए बिना विद्युत का उत्पादन हो ऐसा सरकार का लक्ष्य है ।
शाह ने केंद्र सरकार द्वारा पहाड़ी राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया और कहा कि राज्य की 69 सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग के रूप में वर्गीकृत किया गया है और केंद्र सरकार द्वारा विकसित किया जा रहा है। उन्होंने मंडी में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास और हिमाचल प्रदेश जैसे भौगोलिक रूप से चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में तीन प्रमुख चार-लेन राजमार्गों के निर्माण की बात कही। उन्होंने कहा कि अटल सुरंग राज्य की एक ऐसी ऐतिहासिक परियोजना है जो सबसे कम समय में पूरी हुई थी।