अहमदाबाद.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद में स्वच्छ भारत दिवस 2019 की शुरुआत की। उन्होंने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती की याद में डाक टिकट और चांदी का सिक्का जारी किया। उन्होंने विजेताओं को स्वच्छ भारत पुरस्कार भी वितरित किए। ससे पहले, उन्होंने साबरमती आश्रम में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने मगन निवास (चरखा गैलरी) का दौरा किया और वहां बच्चों से मुलाकात की।
‘स्वच्छ भारत दिवस’ कार्यक्रम में उपस्थित सरपंचों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रही है। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र द्वारा गांधीजी पर डाक टिकट जारी करने से यह कार्यक्रम और भी यादगार बन गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने जीवनकाल में उन्हें कई बार साबरमती आश्रम आने का अवसर मिला और हमेशा की तरह आज भी यहां से उन्हें नई ऊर्जा मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज, गांव खुद को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर रहे हैं। उन्होंने प्रत्येक देशवासी, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में रहने वालों, सरपंचों और ‘स्वच्छता’ के लिए काम करने वाले सभी लोगों को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि उम्र, समाज और आर्थिक स्थिति के बावजूद, सभी ने स्वच्छता, गरिमा और सम्मान की इस प्रतिज्ञा में अपना योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि दुनिया हमारी इस सफलता से अचंभित है और उसके लिए हमें पुरस्कृत कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया हैरान है कि भारत ने 60 महीने में 11 करोड़ से ज्यादा शौचालयों का निर्माण कराकर 60 करोड़ से ज्यादा आबादी को शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जन भागीदारी और स्वैच्छिकता स्वच्छ भारत अभियान की पहचान और इसकी सफलता का कारण रही है। उन्होंने इस मिशन को खुले दिल से समर्थन देने के लिए पूरे देश को धन्यवाद दिया। जन भागीदारी के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन और 2022 तक एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के खात्मे जैसी महत्वपूर्ण सरकारी पहलों की सफलता के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महात्म गांधी के सपनों को हकीकत में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इस संदर्भ में उन्होंने आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने, सुगम जीवन उपलब्ध कराने और विकास को अंतिम छोर तक ले जाने की सरकार की पहलों का जिक्र किया। उन्होंने जनता से राष्ट्र की भलाई के लिए संकल्प लेने और इसे सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ लोगों का संकल्प व्यापक बदलाव ला सकता है।