आगरा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विकास की गति तेज करने के साथ-साथ आगरा में पर्यटन से जुड़ी बुनियादी ढांचागत सुविधाओं का विस्तार करने के लिए आगरा शहर और उसके आसपास के क्षेत्रों में 2900 करोड़ रुपये की लागत वाली अनेक विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री ने 2880 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली ‘गंगाजल परियोजना’ राष्ट्र को समर्पित की जिसके तहत आगरा में बेहतर और ज्यादा सुनिश्चित जलापूर्ति संभव होगी। गंगाजल परियोजना का लक्ष्य आगरा में 140 क्यूसेक गंगाजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना है। इससे आगरा शहर में पेयजल की मांग पूरी करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने आगरा स्मार्ट सिटी के लिए एकीकृत कमांड एवं नियंत्रण केन्द्र की आधारशिला रखी। इस परियोजना के तहत सुरक्षा एवं हिफाजत सुनिश्चित करने के उद्देश्य से निगरानी एवं चौकसी के लिए पूरे आगरा शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे एक आधुनिक विश्वस्तरीय स्मार्ट सिटी के रूप में आगरा को विकसित करने में मदद मिलेगी जिससे पर्यटन की दृष्टि से एक प्रमुख शहर के रूप में आगरा की पहचान सुनिश्चित होगी। इस पर कुल मिलाकर 285 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
आज आगरा स्थित कोठी मीना बाजार में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, ‘गंगाजल जैसी परियोजनाओं और सीसीटीवी कैमरे जैसी सुविधाओं के जरिए हम आगरा को एक स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में अहम कदम उठा रहे हैं।’ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ये सुविधाएं पर्यटकों को भी आकर्षित करेंगी।
प्रधानमंत्री ने ‘आयुष्मान भारत परियोजना’ के तहत आगरा में एसएन मेडिकल कॉलेज के उन्नयन की आधारशिला रखी। इसके परिणामस्वरूप महिलाओं के अस्पताल में 100 बिस्तरों (बेड) वाला प्रसूति प्रकोष्ठ बनेगा। इस पर 200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत आएगी। इसकी बदौलत समाज के कमजोर तबकों को स्वास्थ्य एवं मातृत्व देखभाल सुविधाएं भी मिलेंगी। प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना की सराहना की और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 100 दिनों के भीतर 7 लाख से भी अधिक लोग इस योजना से लाभान्वित हुए हैं।
सामान्य वर्ग के गरीबों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सही दिशा में उठाया गया कदम है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि सरकार शैक्षणिक संस्थानों में और ज्यादा सीटों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी, ताकि अन्य श्रेणियों के विद्यार्थी प्रभावित न हों। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण की व्यवस्था करने के अलावा उच्च शैक्षणिक, तकनीकी और प्रोफेशनल संस्थानों में शिक्षा सुविधाएं मुहैया कराने के लिए एक प्रमुख कदम उठाया है। हमने उच्च शैक्षणिक संस्थानों में सीटों की संख्या भी 10 प्रतिशत बढ़ा दी है। हम किसी का भी अधिकार छीनने वाली कोई प्रणाली स्थापित नहीं करेंगे।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपने भ्रष्टाचार के खिलाफ साढ़े चार साल पहले मुझे जो जनादेश दिया था उस पर पूरी तरह से खरा उतरने के लिए मैं भरसक कोशिश करता रहा हूं। यही कारण है कि कुछ लोग इस चौकीदार के खिलाफ एकजुट होने लगे हैं।’ अपनी सरकार की प्राथमिकताओं पर विशेष जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने यह बात दोहराई कि विकास के पांच पहलू ‘पंचधारा’ राष्ट्र की प्रगति की कुंजी हैं। इनमें बच्चों के लिए शिक्षा, किसानों के लिए सिंचाई, युवाओं के लिए आजीविका, बुजुर्गों के लिए दवाएं और सभी के लिए शिकायत निवारण सुविधा शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने ‘अमृत’ योजना के तहत आगरा के पश्चिमी हिस्से में सीवरेज नेटवर्क परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना से 50,000 से भी अधिक घरों में बेहतर स्वच्छता सुविधा सुनिश्चित होगी।