delhi.प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 24 दिसंबर 2018 को ओडिशा का दौरा किया। आईआईटी भुवनेश्वर परिसर में प्रधानमंत्री ने पाइका विद्रोह पर स्मारक टिकट और सिक्का जारी किया। पाइका विद्रोह ओडिशा में 1817 में ब्रिटिश राज के खिलाफ किया गया था। उत्कल विश्व-विद्यालय भुवनेश्वर में पाइका विद्रोह पर पीठ की स्थापना किये जाने की घोषणा की गयी। प्रधानमंत्री ने ओडिशा में स्तूप, विहार और भगवान बुद्ध की छवियों सहित पुरातात्विक महत्व वाले प्रसिद्ध बौद्ध केन्द्र ललितगिरी में ललितगिरी संग्राहलय का उद्घाटन किया। नरेन्द्र मोदी ने आईआईटी भुवनेश्वर के परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने भुवनेश्वर में नये ईएसआईसी अस्पताल का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने पाइपलाइन और सड़क परियोजनाओं की आधार शिला रखी।
इस अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया है या जिनकी आधारशिला रखी गयी है, उन सब का कुल मूल्य 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार का लक्ष्य पूर्वोत्तर भारत को दक्षिण-पूर्व एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आईआईटी भुवनेश्वर ओडिशा के औद्योगिक विकास को प्रोत्साहन देगा और प्रौद्योगिकी को जनसाधारण के जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करेगा। प्रधानमंत्री ने मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं, सड़क नेटवर्क, तेल और गैस पाइपलाइन से जुड़े बुनियादी ढांचे में विस्तार करने का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने ओडिशा के चहुमुखी विकास के लिए केन्द्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।