नई दिल्ली। तीन साल पहले लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने वाली कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर घमासान मचा हुआ है। दो साल बाद होने वाले लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी में नेतृत्व पर जबरदस्त मंथन चल रहा है। फिलहाल सोनिया गांधी के पास पार्टी की कमान है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का एक गुट राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर उन्हें नेतृत्व देने में लगा है तो पार्टी के ही कुछ वरिष्ठ नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पक्ष में है। बुजुर्गवार नेता सोनिया गांधी पर विश्वास जता रहे हैं। इन अटकलों के बीच यह तो तय है कि पार्टी में जल्द ही अध्यक्ष पद का फैसला होगा। इसके लिए पार्टी के संगठनात्मक चुनाव भी हो रहे हैं।
हाल ही पार्टी की वर्किंग कमेटी की बैठक में अध्यक्ष पद पर मंथन हुआ। पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी मौजूद रहे इस बैठक में। बैठक में नेताओं ने एक स्वर में राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष तो प्रियंका गांधी वाड्रा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की जोरदार वकालत की गई। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने भी प्रियंका गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की बात कही। मीडिया रिपोटर्स के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह, जनार्दन त्रिवेदी, जयराम रमेश समेत तमाम नेताओं से यह पूछा गया था कि क्या प्रियंका गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष बना सकते हैं।
चर्चा है कि सोनिया गांधी ने गंभीरता से इस बारे में पूछा और उनकी राय भी जानी। बताया जाता है कि सभी नेताओं ने इस पर सहमति दी है। वैसे भी लम्बे समय से पार्टी में प्रियंका गांधी को सक्रिय करने की मांग उठ रही है। बैठक में लोकसभा चुनाव की अभी से रणनीति बनाने और भाजपा सरकार को घेरने संबंधी रणनीति पर चर्चा हुई। उधर, प्रियंका गांधी कार्यालय ने ऐसे किसी भी पद से इंकार किया गया है। यह भी कहा है कि प्रियंका गांधी फिलहाल राजनीति में नहीं आना चाहती। उन अटकलों को कोरी बकवास बताया है, जिसमें प्रियंका गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष पद पर नियुक्त करने की बात कही जा रही है।