नई दिल्ली। संसद के निचले सदन लोकसभा में गुरुवार को केरल में हो रही हत्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और वाम दलों के बीच हुई गहमा-गहमी से सदन की कार्यवाही में बार-बार व्यवधान उत्पन्न हुआ और कार्यवाही संक्षिप्त रूप से स्थगित करनी पड़ी। माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के पी.करुणाकरन ने सदन में केरल के मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी की राज्य समिति के सचिव का नाम उछालने को लेकर विरोध जताया।
इस पर भाजपा सांसदों ने तुरंत विरोध जताया, जिसके बाद वामपंथियों ने भी हंगामा शुरू कर दिया। सदन में दोनों ओर के सांसदों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही संक्षिप्त रूप से स्थगित करनी पड़ी। सदन की कार्यवाही दोपहर 12.30 बजे फिर से शुरू होते ही, वामपंथियों ने मुद्दे को लेकर अपना विरोध जारी रखा और अध्यक्ष के आसन के नजदीक एकत्रित हो गए। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शुरुआत में करुणाकरन को सदन में दोबारा बोलने की अनुमति नहीं देते हुए कहा कि इससे फिर से हंगामा शुरू हो जाएगा। हालांकि अध्यक्ष ने बाद में उन्हें अपनी बात पूरी करनी की मंजूरी दे दी। करुणाकरन ने कहा कि केरल में माकपा कार्यकतार्ओं पर भी बड़ी संख्या में हमले किए जा रहे हैं।