जयपुर. सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में जीके पेपर लीक मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली है। डीजीपी उमेश मिश्रा ने साफ किया कि आरोपियों के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट लगाया जाएगा। आरोपियों की प्रॉपर्टी सीज होगी। आरोपियों की मदद करने वालों को भी नहीं छोड़ा जाएगा। पुलिस ने अब तक मामले में 45 स्टूडेंट्स समेत 49 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आज सभी को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया, जहां से युवतियों को 2 और युवकों को 5 दिन के रिमांड पर भेज दिया है। पकड़े गए स्टूडेंट्स अब कोई भर्ती परीक्षा नहीं दे सकेंगे। डीजीपी ने बताया जिला पुलिस और एसओजी को पकड़े गए आरोपियों की कुंडली खंगालने के निर्देश दे दिए हैं। पकड़े गए और फरार चल रहे सभी बदमाशों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई के लिए अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया नकल कराने में शामिल बदमाशों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पासा (प्रिवेंटिव ऑफ एंटी सोसियल एक्टिविटी एक्ट) भी लगाया जाएगा। पासा कानून के अनुसार व्यक्ति को बिना एक साल तक पुलिस हिरासत में रखा जा सकता हैं। मिश्रा ने बताया इन बदमाशों से जुड़े लोगों से भी पुलिस को पूछताछ करने के लिए कहा गया है। गैंग को ऑपरेट करने वाले, इन बदमाशों को शरण देने,आर्थिक सहायता करने की बात सामने आएगी तो उनके खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा। उदयपुर एसपी विकास शर्मा ने बताया कि पेपर लीक मामले में शनिवार देर रात तक आरोपियों से पूछताछ के बाद कार्रवाई पूरी कर ली गई। रविवार सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि उन्होंने पेपर के लिए सबसे पहले किससे बात की। कौन उनको इस बारे में सब कुछ बता रहा था? वहीं अब तक उदयपुर पुलिस की पकड़ में आए सुरेश विश्नोई और भजनलाल को भी आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की जाएगा। सुरेश ढाका और भूपेंद्र की तलाश की जा रही है। उदयपुर से जालोर और जयपुर के लिए टीमें रवाना की गई, जो लगातार दबिश दे रही है। सरकार ने भी पेपर लीक मामले में शनिवार रात को एक्शन दिखाया। हेड मास्टर सुरेश कुमार, वरिष्ठ शिक्षक रावताराम, कनिष्ठ सहायक पुखराज और ग्रेड सेकेंड टीचर भागीरथ को निलंबित किया गया है। इनको बर्खास्त करने की तैयारी की जा रही है।

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