चण्डीगढ़। पंजाब में कांग्रेस सरकार की पहली केबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पहली बैठक में लालबत्ती संस्कृति को खत्म करते हुए सीएम, मंत्री और अफसरों के वाहनों पर लालबत्ती के प्रयोग पर रोक लगा दी है। साथ ही नशे के खिलाफ लडऩे का फैसला लेते हुए शराब दुकानों को कम करने और नशे के खिलाफ एसआईटी गठन का फैसला किया है। हाइवे के 500 मीटर दायरे में शराब के ठेके रोक लगा दी है। बैठक में पंजाब के आर्थिक मामले, किसान कर्जे, नशा मुक्ति, नशा कारोबार उन्मूलन, आबकारी नीति, कृषि, बिजली समेत एक सौ से अधिक मुद्दों पर चर्चा हुई। पंजाब में नई आबकारी नीति लागू करते हुए शराब ठेके 6384 से घटा 5900 किए। राज्य में शिलान्यास व उद्घाटन संस्कृति पर रोक लगा दी, जिससे फिजूलखर्ची पर रोक लगे। सीएम व मंत्री कोई शिलान्यास व उद्घाटन नहीं करेंगे। ड्यूटी की मार झेल रहे पुलिस कर्मियों को राहत देते हुए ड्यूटी के घंटे निर्धारित करने का फैसला किया। सरकारी नौकरियों व अनुबंध में महिलाओं को 33फीसदी नौकरी देने की घोषणा की। पंजाब में नशे पर रोक और इस कारोबार को खत्म करने के लिए केबिनेट ने एक एसआईटी गठन का फैसला किया। एसआइटीे के प्रमुख एडीजीपी हरप्रीत सिद्धू होंगे।