जयपुर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी राजस्थान में बाढ़ से बिगड़े हालातों का जायजा लेने शुक्रवार को बाड़मेर पहुंचे। जहां पूर्व सीएम अशोक गहलोत व प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट के साथ वे बाढग़्रस्त इलाकों में गए। सांचौर के डेडवा गांव में राहुल गांधी सीधे लोगों के बीच गए और बाढ़ से हुए नुकसान तथा सामने आई परेशानियों के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत भी की। वहीं बच्चों से मिलकर उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। महिलाओं ने बाढ़ के कारण प्रभावित हुई उनकी खेतीबाड़ी और घरों में हुए नुकसान से रुबरु कराया।
लोगों ने कहा कि सांचौर उपखंड में बाढ़ को करीब 10 दिन से अधिक का समय बीत चुका है। लेकिन प्रशासन अभी तक नहीं पहुंच पाया है। आज भी कई गांव बाढ़ के पानी से जूझ रहे हैं। प्रभावित लोगों के पास खाने को भोजन नहीं है तो बीमार लोगों के पास दवाओं का अभाव है। प्रसूताओं को अस्पताल ले जाने के लिीए साधन तक उपलब्ध नहीं है। पीडि़तों ने कहा कि समस्याओं के बारे में अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया, लेकिन किसी ने अभी तक सुध नहीं ली है। लोगों ने आरोप लगाया कि जिला प्रमुख बन्नेसिंह गोहिल और सांसद देवजी पटेल को अवगत कराने के उपरांत भी कोई मदद नहीं मिली है। उल्टा जिला प्रमुख ने राजनीति करते हुए लोगों को कहा कि आपने वोट नहीं दिया तो मदद कैसी।
-हाल है बड़े ही बेहाल
इधर सांचौर उपखंड के टेंबी, मरठवा, भाटवास, आकोडिय़ा, हाजीपूर, रिड़का, कुकडिय़ा गांव के लोग राहत सामग्री को लेकर राह ही तक रहे हैं। इन गांवों मे अब तक कोई प्रशासनिक अधिकारी भी नहीं पहुंचा है। भाटवास गांव में 2 प्रसूताओं को कभी प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल ले जाने की नौबत आ सकती है, लेकिन ग्रामीणों के पास कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। लोगों ने बताया कि ग्रामीणों ने पहले भी जिला प्रमुख को हालातों से अवगत कराया, इसके उपरांत भी हेलीकॉप्टर लेकर इस गांव में मदद करने नहीं पहुंचे।
-सरकार नहीं, फिर भी आवाज उठाएंगे
इस मौके पर राहुल गांधी ने प्रभावितों को आश्वस्त करते हुए कहा कि कांग्रेस आमजन के दु:ख दर्द में हमेशा साथी है। भले सरकार हमारी न हो, लेकिन हम आवाज जरुर उठाएंगे। प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि पीएम ने गुजरात में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को 500 करोड़ मदद दी गई। जिसका स्वागत है, लेकिन राजस्थान के लिए किसी तरह के ऐलान नहीं किया गया।