नई दिल्ली। शीतकालीन सत्र में महिला आरक्षण बिल को पारित करवाने के लिए कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने रणनीति तैयार की है। आठ साल पहले यह बिल संसद में लाया गया था। तब राज्यसभा में पारित हो गया था। अब फिर से कांग्रेस ने इस बिल को पारित करवाने के लिए प्रयास शुरु किए है। आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने महिला आरक्षण बिल के समर्थन में कांग्रेस शासित राज्यों और गठबंधन सरकारों को महिला आरक्षण बिल के समर्थन में प्रस्ताव पारित करने को कहा है।
इस संबंध में राहुल गांधी कांग्रेस सरकार के मुखिया व सीएम को पत्र लिखा है। राहुल गांधी ने सोलह जुलाई को भी पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा, जिसमें महिला आरक्षण बिल को मानसून सत्र में लाने की मांग की थी। राहुल गांधी ने पत्र में कहा कि महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही है। ऐसे में संसद और विधानसभा में भी उन्हें उचित स्थान मिलना चाहिए। महिला सशक्तिकरण तभी संभव है जब विधानसभाओं में महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व मिले। संसद और विधानसभाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व काफी कम है। गौरतलब है कि सोलहवीं लोकसभा के 543 सांसदों में से 62 महिलाएं हैं। लोकसभा में महिला सांसदों की ये अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। 15वीं लोकसभा में 58 महिला सांसद चुनी गई थीं।