नई दिल्ली। रेल हादसे के बाद विपक्ष और जनता के हमलों से चौतरफा घिरे रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने आज सख्त रवैया अपनाते हुए हिदायत दी है। कार्यवाही में नरमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जांच कर शाम तक बताओ गुनहगार कौन है। वहीं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। लेकिन इसके उलट रेलवे के अफसर मामले को दबाने में लगे हैं। रेल अफसर अब भी हकीकत नहीं बता रहे हैं। तथा रेलमंत्री और रेल राज्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। और उन्होंने वह पटरी रेल मंत्री को निहीं दिखाई जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हो गया। गौरतलब है कि शनिवार को पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस शनिवार शाम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में खतौली स्टेशन के पास हुए भीषण हादसे का शिकार हो गई।
इस हादसे में अब तक 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने और करीब 150 लोगों के घायल होने की खबर है।आज भी राहत एवं बचाव का काम जारी है। वहीं एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला भी दर्ज कर लिया गया है। इस बीच, मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्री सुरेश प्रभु काफी सख्त नजर आ रहे हैं। रेल हादसे के बाद चौतरफा हमलों से घिरे प्रभु ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन (सीआरबी) को शाम तक जांच करके यह तय करने के लिए कहा है कि आखिर इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है? रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया है कि बोर्ड के द्वारा की जा रही कार्यवाही में नरमी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सीआरबी को आज शाम तक प्रथम दृष्टया सबूत के आधार पर जिम्मेदारी तय करने के निर्देश दिए हैं कि इस हादसे के लिए जिम्मेदार कौन है? इससे पहले रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने मुजफ्फरनगर रेल हादसे को लेकर ट्वीट करते हुए बताया कि प्रभावित रेलवे ट्रैक की मरम्मत कर यातायात फिर से शुरू करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके अलावा घायल लोगों के लिए हर संभव चिकित्सीय सहायता सुनिश्चित की जा रही है।