जयपुर। राजस्थान विधानसभा में किसान कर्ज माफी पर विपक्ष ने सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, विधायक हनुमान बेनीवाल ने किसान कर्ज माफी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि कर्जमाफी की सीमा में सभी किसानों को शामिल किया जाए। इस पर सीएम अशोक गहलोत ने जवाब देते हुए कहा कि राजस्थान ही नहीं मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में भी किसानों की स्थिति चिंताजनक है। हमें आगे होकर किसानों की मदद करनी होगी और उनके कर्जे माफ करने होंगे।
गहलोत ने पीएम नरेन्द्र मोदी को किसान कर्ज माफी के पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि यूपीए सरकार में तत्कालीन पीएम डॉ.मनमोहन सिंह ने बड़ा फैसला लेते हुए देश भर के किसानों का कर्जा माफ कर दिया था। तब किसान बड़े संकट में थे। पीएम मोदी को लिखे पत्र के माध्यम से सीएम गहलोत ने कहा कि राजस्थान की भौगोलिक स्थिति देश के अन्य राज्यों से अलग है। यहां वर्षाजनित कृषि अधिक है। पानी का संकट है।
ऐसे में केन्द्र सरकार को राजस्थान के किसानों के कर्ज माफी को सहयोग करना चाहिए। इस वजह से राज्य सरकार ने किसानों की कर्ज माफी का फैसला किया है। सरकारी बैंकों के अल्पकालीन ऋ ण माफ करने का फैसला किया है। किसान कर्ज माफी से करीब बीस हजार करोड़ रुपए का भार आएगा, जिसे हमारी सरकार को देखना है। सभी दलों को इसके लिए कार्य करना होगा। तभी किसान का भला हो सकेगा।