Black law

जयपुर.  जयपुर को लेकर राज्य सरकार और नगर निगम ने सफाई के बडे-बडे दावे किये थे। राज्य सरकार और नगर निगम के सारे दावे फेल हो गये हैं। आज जयपुर सफाई में 29वें स्थान से 215वें स्थान पर पहुंच गया है। लगातार राज्य सरकार, मेयर, मुख्यमंत्री और मंत्री राजस्थान की राजधानी जयपुर और अन्य षहरों को स्मार्ट सिटी बनाने का दावा कर रहे है जबकि स्मार्ट सिटी की पोल खुलकर सामने आ गई है। जयपुर में गंदगी और कचरे पर अब तो केन्द्र सरकार ने भी मोहर लगा दी है। इसके बावजूद यदि राज्य सरकार और नगर निगम ने सबक नहीं लिया तो जयपुर सहित अन्य षहरों की स्थिति नहीं सुधर पायेगी। कांग्रेस पार्षद दल की मीटिंग को सम्बोधित करते हुये राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापंिसह खाचरियावास ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार कह रही है कि जयपुर में कचरे और गंदगी के कारण महामारी फैल रही है, स्वाईन फ्लू से 19 मौतें हो चुकी हैं। पिछले वर्ष डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया से अनेकों मौते हुई थी। इसके बाद भी राज्य सरकार और नगर निगम सफाई को लेकर गंभीर नहीं है एवं एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालने से सफाई नहीं होती। मुख्यमंत्री नगर निगम और जेडीए पर जिम्मा डाल रही है, मेयर अधिकार की मांग कर रहे हैं और मंत्री झूठे दावे कर रहे हैं। ऐसे में जब केन्द्र, राज्य और नगर निगम में भाजपा की सरकार है तो बहानेबाजी करने का भाजपा को कोई अधिकार नहीं है। भाजपा सरकार स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर आधा प्रतिषत सर्विस टैक्स, बिजली और पानी के बिल में सीवरेज और विकास षुल्क, स्टाम्प डयूटी पर आधारभूत सुविधा हेतु 10 प्रतिषत सहित अनेक टैक्स जनता से वसूल कर रही हैं, फिर भी जयपुर सहित अन्य षहरों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चैपट हो गई है। प्रदेष में स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर कोई काम नहीं हो रहा है। जयपुर आज तक खुले में षौच से मुक्त नहीं हो पाया, प्रदेष में जिन षहरों को षौच से मुक्त करने के दावे किये जा रहे है वो सभी दावे झूठे हैं। पार्षद दल के उपनेता-धर्मसिंह सिंघानिया सहित पार्षद-उमरदराज, कमल वाल्मिकी, सुमन गुर्जर, मुकेष षर्मा, रमेष बैरवा, बजरंग कुमावत, कजोड़मल सैनी, मंजू षर्मा, मो. षफी कुरेषी, मोहनलाल मीणा, रानी लुबना, लक्ष्मणदास मोरानी, मुनेष कुमारी गुर्जर, खातून बानो, नाहिद अख्तर आदि ने अपने विचार रखे।

LEAVE A REPLY