सिरोही। पूर्व विधायक संयम लोढा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार द्वारा सिरोही शहर की जनता को गंदा पानी पिलाने के मामले में कोई कार्यवाही न करने व अधिकारियो द्वारा भाजपा मण्डल अध्यक्ष के खिलाफ दर्ज करवाये गये मुकदमे को सरकार की पारदर्शिता बताना यह जाहिर करता है कि सरकार का पानी मर गया है। उन्होने कहा कि खुद गोपालन मंत्री ओटाराम देवासी व सांसद देवजी पटेल ने यह ब्यान दिया है कि गंदा पानी पिलाया गया है तो प्रभारी मंत्री राजेन्द्र राठौड यह बताये की उनकी ऐसी क्या मजबूरी है कि वह सच्चाई पर पर्दा डाल रहे है। इससे भाजपा के जनप्रतिनिधियो की कमजोरी पूरी तरह सामने आ गई है। जो जनप्रतिनिधि जनता के लिये काम करने वाले अपनी पार्टी के पदाधिकारियो के सम्मान की रक्षा नौकरशाही से नही करवा पा रहे है, वे आम जनता के हित का क्या ध्यान रख पायेगे। लोगो के स्वास्थ्य से खिलवाड भी भाजपा के लिये राजनीति का विषय है।
लोढा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार के 04 वर्ष पूरे होने के सिरोही में 17 दिसम्बर के जश्न से भाजपा सरकार के कामकाज का खौखलापन पूरी तरह से उजागर हो गया है। उन्होने कहा कि सरकारी समारोह में भीड जुटाने के लिये रोजगार मेला लगाकर कुर्सीया भरनी पडी और दबाव बनाकर सरकारी कर्मचारियो के जरिये पाण्डाल भरना पडा। आमजनता ने इस सरकारी जश्न को पूरी तरह नकार दिया है क्योंकि छात्र, युवा, महिला, मजदूर, किसान, सरकारी कर्मचारी हर वर्ग राज्य की भाजपा सरकार को उखाड फैकना चाहता है। उन्होने कहा कि हमेशा की तरह इस बार भी प्रभारी मंत्री राजेन्द्र राठौड का सिरोही दौरान निरर्थक साबित हुआ। लोढा ने कहा कि सिरोही जिले में निर्माण के बाद पहली बारिश में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन योजना में बनाये गये ज्यादातर एनिकट बह गये। सडक व पुलिये ध्वस्त हो गये लेकिन तीन माह पूर्व की गई प्रभारी मंत्री राजेन्द्र राठौड की जांच की घोषणा आज भी घोषणा ही है। इसका एकमात्र कारण भाजपा नेताओ की ठेकेदारो से सांठगांठ है। जानबुझकर सारे भ्रष्ट्राचार पर पर्दा डाला गया।चार वर्ष के जश्न के दौरान प्रभारी मंत्री राजेन्द्र राठौड विकास पर जनता के बीच जाकर सार्वजनिक बहस करने के मुद्दे को टालना इस बात घौतक है कि मुख्यमंत्री की तरह वह भी आमजनता के बीच जाकर जनता के सवालो का जवाब देने से डरते है और सिर्फ भाषण सुनाना चाहते है।
लोढा ने कहा कि भाजपा नर्बदा नहर के सिरोही जिले में लाने के अपने वायदे को लेकर गंभीर नही है। पत्रकार वार्ता में मंत्री राठौड व देवासी कहते है कि हम प्रयास कर रहे है जबकि सरकारी समारोह में भाजपा जिलाध्यक्ष कहते है कि हमने ही नर्बदा के प्रस्ताव पर असहमति जताई। इससे पूर्व तत्कालीन जन संसाधन मंत्री किरण माहेश्वरी सिरोही प्रवास में हाथ खडे कर चुकी है तो भाजपा कौनसा धोखा फिर आमजनता को देना चाह रही है। लोढा ने कहा कि स्वच्छता शौचालय के नाम पर पेटिंग के लाखो रूपये के भुगतान कर जेबे भरी जा रही है। सैकडो परिवार वंचित है लेकिन गांवो को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा रहा है। स्वच्छता सिर्फ कागजो पर है और ढिंढोरा पूरे जग में है।