जयपुर। राजस्थान देश के अग्रणी पर्यटन केंद्र बनने के लिए फिर से तैयार है। राज्य के पर्यटन क्षेत्र में विशाल एनर्जी नजर आ रही है। वर्ष 2020 तक राजस्थान से 50 मिलियन पर्यटकों के आगमन का लक्ष्य रखा गया था, जिसके तहत 2017 के अंत तक ही 47 मिलियन का आंकड़ा प्राप्त किया जा चुका है। आज यह बात राजस्थान की मुख्यमंत्री, वसुंधरा राजे ने जयपुर स्थित होटल ‘द ललित‘ में ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार (जीआईटीबी) के 10वें संस्करण के उद्घाटन समारोह में कही। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राजस्थान पर्यटन का लोगो और ‘जाने क्या दिख जाए‘ टैगलाइन की दुनियाभर में चर्चा का केंद्र बनी है। आक्रामक और रचनात्मक मार्केटिंग अभियान से पर्यटकों के आगमन में प्रभावी वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य को हाल ही में मिला प्रतिष्ठित ईटी ब्रांड इक्विटी अवॉर्ड उल्लेखनीय है। राजस्थान पर्यटन ने गत वर्ष 4 वर्षों में 47 अवॉर्ड प्राप्त किये हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पर्यटन सर्किट्स के विकास के लिए पुष्कर (40 करोड़ रुपए), सांभर (63 करोड़ रुपए), हेरिटेज (100 करोड़ रुपए) , स्पिरिच्युअल (93 करोड़ रुपए) और कृष्णा (91 करोड़ रुपए) केंद्र सरकार का धन्यवाद भी किया। इसके अतिरिक्त, राज्य में इंट्रा एयर कनेक्टिविटी के जरिए जयपुर से जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर भी जुड़े हैं। जयपुर को हवाई सेवा के जरिए आगरा से जोड़ने की लम्बे समय से मांग की जा रही थी, जो पूरी हो चुकी है। जल्द ही जयपुर से वाराणसी के लिए भी उड़ानें होंगी। उन्होंने आशा प्रकट की कि जयपुर से गोवा होते हुए कोच्चि भी कनेक्ट हो जाएगा। इस अवसर पर अपने की-नोट स्पीच में भारत सरकार की पर्यटन सचिव, श्रीमती रश्मी वर्मा ने कहा कि पर्यटकों हेतु बेहतर अनुभव प्रदान करने के लिए विकसित किए जाने के लिए भारत के 10 आइकोनिक साइट्स में राजस्थान के आमेर किले को चुना गया है। इस साइट के इंफ्रास्ट्रक्चर की वर्तमान स्थिति को समझने हेतु गैप एनालिसिस करने के लिए भारत सरकार की पर्यटन टीम द्वारा इसका दौरा किया जाएगा।
राजस्थान के पर्यटन उद्योग के बारे में जानकारी देते हुए राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यटन डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2016-17 में होटलों में पर्यटकों का आगमन वर्ष 2015 के 58.9 प्रतिशत की तुलना में 65 प्रतिशत था, जबकि होटलों में रूम्स की संख्या 50 प्रतिशत तक बढ़ गई है। वर्तमान में जयपुर हवाई अड्डे में एयर एशिया और एयर एशिया एक्स जैसे अंतरराष्ट्रीय कैरियरर्स के साथ 70 से अधिक उड़ानें संचालित हो रही है। फिक्की की पर्यटन समिति की चेयरमेन, डॉ. ज्योत्सना सूरी ने कहा कि इस व्यापक आयोजन में 55 देशों से 280 से अधिक प्रमुख इनबाउंड फॉरेन टूर ऑपरेटर्स (एफटीओ) फॉरेन बॉयर्स के रूप में और मार्ट में लगाए जाने वाले 298 बूथों पर 270 भारतीय एग्जीबिटर्स भाग ले रहे हैं। ‘जीआईटीबी 2018‘ में दो दिनों में लगभग 10,936 पूर्व निर्धारित एवं सुनियोजित बी2बी मीटिंग्स होंगी। दो दिवसीय इस मार्ट में लाभप्रद नेटवर्किंग देखने को मिलेगी, जिससे राज्य एवं देश में ट्रैवल व्यवसाय को और बढ़ावा मिलेगा।
फिक्की की पर्यटन समिति के को-चेयरमेन,दीपक देवा ने कहा कि गत 10 वर्षों में मेगा ट्रैवल मार्ट जीआईटीबी द्वारा दुनियाभर के 2500 से अधिक बायर्स की मेजबानी की जा चुकी है। उद्घाटन समारोह में राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव, एन.सी. गोयल और पर्यटन निदेशक, प्रदीप कुमार बोरार भी उपस्थित थे। फिक्की राजस्थान स्टेट काउंसिल के को-चेयरमेन, रणधीर विक्रम सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। समारोह में फिक्की टूरिज्म कमिटी के को-चेयरमेन, दीपक देवा ने भी सम्बोधित किया। इस समारोह का संचालन फिक्की के पर्यटन सलाहकार, राहुल चक्रवर्ती ने किया। उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्यमंत्री एवं गणमान्य द्वारा फिक्की-एमआरएसएस स्टडी ‘राजस्थान – ए ट्रू लैंड्स ऑफ कल्चर एंड हेरिटेज‘ और फिक्की-यस बैंक स्टडी ‘इंडिया इनबाउंड टूरिज्म: डिकोडिंग स्ट्रेटेजीज फॉर नेक्स्ट स्टेज ऑफ ग्रोथ‘ नामक दो रिपोर्टस् का विमोचन किया। इस अवसर पर वर्ष 2024 तक जीआईटीबी आयोजित करने के लिए फिक्की (डॉ ज्योत्सना सूरी) और राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग (डॉ सुबोध अग्रवाल) के मध्य एमओयू दस्तावेजों का आदान-प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय मार्ट राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय और फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा आयोजित किया जा रहा है। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (एच.आर.ए.आर.), इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन (आई.एच.एच.ए.) और राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (राटो) जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और क्षेत्रीय एसोसिएशन का सहयोग प्राप्त है। इस विशाल ट्रेवल मार्ट के तहत होने वाली पूर्व निर्धारित मीटिंग्स एवं एग्जीबिशन 23 एवं 24 अप्रैल को सीतापुरा स्थित जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर (जेईसीसी) में आयोजित की जायेगी। जेईसीसी में 23 अप्रैल को एक्जीबिशन का उद्घाटन पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के. जे. अल्फॉन्स द्वारा किया जाएगा।