जयपुर। राजस्थान रिन्युएबल एनर्जी कापोर्रेशन लिमिटेड (आरआरईसीएल) द्वारा गुरूवार को जयपुर में आयोजित एक समारोह में सीआईआई-इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) को आठवें राजस्थान एनर्जी कन्जर्वेशन पुरस्कार 2017 (आरईसीए) से सम्मानित किया गया। भवन निर्माण के क्षेत्र में उर्जा दक्षता को प्रोत्साहित करने के लिए आईजीबीसी के सक्रिय प्रयासों की सराहना करते हुए यह अवार्ड प्रदान किया गया है। डिस्कॉम्स के अध्यक्ष, श्रीमत पाण्डे ने यह पुरस्कार आईजीबीसी जयपुर चैप्टर के चेयरमैन, जैमिनी ओबेराय कोे यह पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर जैमिनी ओबेराय ने कहा कि आरईसीए अवार्ड 2017 से आईजीबीसी को राज्य के सभी आगामी और मौजूदा भवनों में उर्जा प्रबंधन की तकनीकों को त्वरित गति से अपनाने और प्रोत्साहन करने में प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि ग्रीन अवधारणा को प्रोत्साहन करने वाले राजस्थान सरकार की लीडरशिप के चलते राज्य को ग्रीन एवं स्वस्थ प्रदेश बनाने की ओर अच्छा संकेत है।
सरकार की इन गतिविधियों औैर कार्र्याें से जुड़ कर आईजीबीसी सम्मानित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि आईजीबीसी के ग्रीन बिल्डिंग रेटिग कार्यक्रम के माध्यम से नई और परम्परागत इमारतों में 40 से 50 प्रतिशत उर्जा की बचत और 20 से 30 प्रतिशत तक जल की बचत होती है।ओबेराय ने बताया कि राजस्थान में आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग के 90 प्रोजेक्ट चल रहे हैं। 104 मिलियन वर्गफुट से अधिक के साथ यह देश के रजिस्टर्ड ग्रीन बिल्डिंग फुट प्रिंट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आईजीबीसी देश की आजादी के 75वें वर्ष 2022 तक 10 बिलियन ग्रीन बिल्डिंग फुटप्रिंट बनाना चाहती है और राजस्थान इसमें उत्प्रेरक की भूमिका निभाएगा। ओबेराय ने कहा कि हमारे पास ग्रीन बिल्डिंग्स के लिए बेहद आकर्षक बिजनिस केस है। वर्तमान में कमर्शियल ग्रीन बिल्डिंग की इंन्क्रीमेंटल कॉस्ट 3 से 4 प्रतिशत होती है, जो कि आॅपरेशनल कॉस्ट में बचत के चलते 2 से 3 वर्ष में वसूल हो जाती है। उन्होंने कहा कि ग्रीन बिल्डिंग में रहने वालों के स्वास्थ्य में भी वृद्धि होती है।