जयपुर. राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं राजस्थान विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास से आज राजस्थान विश्वविद्यालय के सैकडों बी.काॅम. फाईनल ईयर के छात्र और छात्रायें मिलें और उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा एसओजी की रिपोर्ट पर उनके पेपर रदद करने से छात्रों को होने वाले नुकसान से अवगत कराया। छात्रों की समस्याऐं सुनने के बाद प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा कि राज्य सरकार की उदासीनता के चलते प्रदेष का सबसे बड़ा उच्च षिक्षण संस्थान राजस्थान विश्वविद्यालय बदनाम हो रहा है और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। खाचरियावास ने कहा कि जिस दिन बी.काॅम. फाईनल ईयर का रिजल्ट आ रहा था, ठीक उसी दिन राजस्थान विश्वविद्यालय प्रषासन द्वारा बी.काॅम. के पेपर रदद करना छात्रों की पीठ में खंजर घोपनें जैसा है। यदि पेपर रदद ही करना था तो एक माह पूर्व किया जाना चाहिये था, ठीक उसी दिन पेपर को रदद करना जिस दिन रिजल्ट घोषित हो रहा था, यह छात्रों के साथ अन्याय है। पेपर लीक हुआ या नहीं, यह साबित किये बगैर एसओजी की रिपोर्ट पर राजस्थान विष्वविद्यालय में बी.काॅम. फाईनल ईयर के 1,34,000 विद्यार्थियों के सामने भारी संकट खड़ा कर दिया है। इन छात्रों ने दूसरी जगह एडमिषन के लिये पैसे जमा करा दिये हैं। सी.ए., सी.एस., आई.एस. सहित सभी तरह की परीक्षाओं के फार्म भर चुके हैं, छात्रों ने लाखों रूपये फीस के रूप में जमा करा दिये हैं, ऐसे में बिना सोचे-समझे राजस्थान विष्वविद्यालय प्रषासन द्वारा सिर्फ एसओजी की रिपोर्ट पर डेढ़ माह बाद बी.काॅम. फाईनल ईयर के पेपर कैंसिल करना गैर कानूनी है। इस सारे मामले में राज्य सरकार को हस्तक्षेप करके छात्रों के भविष्य को देखते हुये उनका रिजल्ट घोषित कराना चाहिये। खाचरियावास ने कहा कि किसी मामले की जांच पूरी किये बगैर, उस मामले में कार्यवाही करना तथा न्यायालय की तरह आदेष देना, कानून का अपमान है। इस मामले में कांग्रेस पार्टी लाखों छात्रों के भविष्य को देखते हुये राज्य सरकार से मांग करती है कि स्वयं मुख्यमंत्री को आगे आकर बी.काॅम. फाईनल ईयर के 1,34,000 छात्र के भविष्य को देखते हुये राजस्थान विष्वविद्यालय प्रषासन बी.काॅम. के छात्रों तथा एसओजी के लोगों को बुलाकर आमने-सामने बात करनी चाहिये। इसमें कोई दो राय नहीं कि बी.काॅम. फाईनल ईयर के छात्रों के साथ अन्याय हुआ है, इसलिये राज्य सरकार को इस मामले मंे हस्तक्षेप करते हुये बी.काॅम. फाईनल ईयर छात्रों का रिजल्ट घोषित करना चाहिये। यदि रिजल्ट घोषित हो जायेगा तो सारी सच्चाई सामने आ जायेगी। छात्रों को जो नम्बर मिलेगें उससे पता चल जायेगा कि पेपर लीक हुआ है या नहीं।