जयपुर। आठ साल से अपने लापता बेटे को तलाश रहे राजस्थान के कोटा में रहने वाले माता-पिता के लिए राम रहीम की गिरफ्तारी बड़ी उम्मीद लेकर आई। कोटा से साल 2009 में लापता हुआ युवक शादाब दुष्कर्म के दोषी बाबा राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद न्यूज चैनलों पर दिखाई गई तस्वीरों में डेरे के बाहर रोता हुआ नजर आया। उस दिन के बाद से शादाब के परिजन सिरसा में अपने खोए हुए बेटे को तलाश रहे हैं वहीं परिजनों को पुलिस से कोई सहायता नहीं मिलती दिखाई दे रही है।
शादाब कोटा की आईएल फैक्ट्री में काम करता था और 2009 में कंपनी के काम से हैदराबाद गया था लेकिन जब जयपुर सिकंदरा ट्रेन से लौट रहा था तो उसकी सीट पर सिर्फ उसका सामान मिला वो नहीं मिला। तब से आज तक परिजन अपने खोए हुए बेटे को तलाश रहे हैं। पिछले दिनों उन्हें न्यूज चैनलों पर चल रही तस्वीरों में अपने बेटे जैसा एक युवक डेरे के बाहर रोता दिखाई दिया। इसके बाद से माता-पिता सिरसा में घूम रहे है। इधर, कोटा जीआरपी भी एक बार फिर इस मामले में अपने पुराने रिकॉर्ड खंगाल रही है क्योंकि शादाब की गुमशुदगी की रिपोर्ट कोटा जीआरपी थाने में दर्ज की गई थी। परिजनों का आरोप है कि उस वक्त भी पुलिस ने अलग-अलग थाना इलाकों का मामला बताकर उन्हें खूब चक्कर लगवाए और अब भी सिरसा डेरे में बेटे की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद भी अब तक कोई सफलता पुलिस को नहीं मिली है।