जैसलमेर। आने वाले समय में राजस्थान की यंग वर्कफोर्स इसकी प्रमुख ताकत बनेगी और यह देश की आर्थिक उन्नति में भी योगदान देगी। भारत की औसत आयु 29 वर्ष होगी, वहीं राजस्थान, बिहार, मध्यप्रदेश एवं ओड़िसा की औसत आयु 27 वर्ष होगी। आने वाले समय में यह यंग वर्कफोर्स देष की अर्थव्यवस्था के विकास में बड़ा परिवर्तन लाएगी। यह कहना था राजस्थान विधानसभा के डिप्टी स्पीकर, राव राजेंद्र सिंह का। वे आज इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएषन (आईएचएचए) के 6वें एनुअल कन्वेंषन में सम्बोधित कर रहे थे। दो दिवसीय यह कन्वेंषन जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष के कन्वेंषन की थीम ‘हार्नसिंग हेरिटेज टू टूरिज्म एडवांटेज‘ है।
सिंह ने कहा कि हेरिटेज टूरिज्म मात्र हेरिटेज प्रोपर्टीज में कमरों की बुकिंग करना ही नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र की कला, संस्कृति को पहचान एवं बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने से सम्बंधित भी है। रोजगार के इन माध्यमों का उपयोग करते हुए देष की यंग वर्कफोर्स स्वयं को और बेहतर बना सकेगी तथा देष को आगामी स्तर तक ले जाएगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत वल्र्ड इकोनाॅमी में 30 ट्रिलियन यूएस डॉलर का योगदान देगा। उन्होंने आईएचएचए की तेजी से बढ़ती सदस्यों की संख्या तथा हेरिटेज को संरक्षित करने एवं बढ़ावा दिए जाने के लिए किए जा रहे उल्लेखनीय प्रयासों की प्रशंसा की।
राजस्थान सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव, पर्यटन, एन सी गोयल ने कहा कि अब विभाग का फोकस सप्लाई से पूर्व डिमांड उत्पन्न करने, निर्णय लेने में टूरिज्म ट्रेड एवं उद्योग की भागीदारी बढाने पर किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त क्रिएटिव डिजाइंनस, मीडिया बायिंग और जनसम्पर्क के लिये विषेषज्ञों को रखा जा रहा है। उन्हांेने बताया कि राज्य में गत वर्ष पर्यटकों के आगमन में 17 प्रतिषत की वृद्धि हुई है।
अपने स्वागत भाषण में आईएचएचए के प्रेसीडेंट,गज सिंह ने कहा कि गत अनेक वर्षों से आईएचएचए द्वारा केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय से हेरिटेज टूरिज्म पर राष्ट्रीय नीति तैयार करने का आग्रह किया जा रहा है। उन्होंने पुनः दोहराते हुए कहा कि हेरिटेज की राष्ट्रीय नीति अत्यंत आवष्यक है और इसके बन जाने पर राज्यों द्वारा भी इसका अनुपालन किया जाएगा और हेरिटेज होटल मूवमेंट अत्यधिक प्रभावी एवं सक्रिय हो जाएगा।