– कलक्टर एसपी कॉन्फ्रेंस के दौरान करौली कलक्टर मनोज कुमार शर्मा के घर पर पकड़ी गई बिजली चोरी, मीटर में छेडछाड कर रहे थे बिजली चोरी, कलक्टर साहब की पत्नी ने एक लाख आठ हजार रुपए का जुर्माना भरा। रसूखों के चलते मीडिया में भी समाचार नहीं आने दिया। जनप्रहरी एक्सप्रेस इस रसूखदार कलक्टर की बिजली चोरी का कर रहा है पर्दाफाश…..
– राकेश कुमार शर्मा
जयपुर। राजधानी जयपुर में एक रसूखदार आईएएस के घर लाखों रुपए की बिजली चोरी का मामला पकड़ में आया है। यह मामला भी तब पकड़ा गया, जब हाल ही जयपुर में तीन दिवसीय कलक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सभी जिलों के कलक्टरों और एसपी को प्रदेश में बिजली चोरी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी जिलों के कलक्टरों और एसपी को टारगेट दिए थे कि वह अपने-अपने जिलों में 100 करोड़ रुपए की बिजली छीजत बचाएंगे और बिजली चोरी करने वालों पर सख्त से सख्त कदम उठाएंगे। सीएम राजे जब कलक्टरों को यह निर्देश दे रही थी, तभी जयपुर विद्युत वितरण निगम के अभियंताओं की विजीलैंस टीम ने करौली कलक्टर मनोज कुमार शर्मा के जयपुर में मानसरोवर स्थित आवास पर आकस्मिक चैकिंग की तो उनके होश उड़ गए। निरीक्षण के वक्त मीटर एवरेज रीडिंग दिखा रहा था, जब मीटर को मशीन से जांचा गया तो बिजली मीटर डिस्प्ले की गणना में काफी अंतर मिला। मीटर में भी छेड़छाड़ पाई गई। अभियंता बी.एल.गुप्ता के नेतृत्व में गई अभियंताओं की टीम ने बिजली चोरी की गणना करते हुए एक लाख आठ हजार रुपए का जुर्माना लगाया। पहले तो कलक्टर साहब के परिजनों ने बिजली चोरी नहीं मानी और टीम पर कलक्टर साहब का नाम लेते हुए धौंस भी जमाने की कोशिश की, लेकिन विजीलैंस टीम ने धमकी और धौंस की परवाह नहीं करते हुए जुर्माना जमा कराने या प्राथमिकी दर्ज करने के लिए चेताया। मामला सुलझता नहीं दिखा तो तत्काल ही 90 हजार रुपए तो नकद और शेष राशि का एक चेक बी.एल.गुप्ता को दे दिया। टीम ने पुराना मीटर उतारकर नया मीटर लगाया। इस कार्रवाई के दौरान कलक्टर और उनके परिजनों ने कुछ आला अफसरों से विजीलैंस टीम के अभियंताओं से बात भी करवाई, लेकिन टीम के नहीं मानने से बात नहीं बन पाई। बिजली चोरी के इस मामले की आईएएस, आईपीएस और आरएएस अफसरों के अलावा बिजली निगम में भी खूब चर्चा है। इस बारे में मीडिया में भी सूचना भेजी गई, लेकिन अधिकांश समाचार पत्रों में यह समाचार कलक्टर साहब के रसूखों के चलते छप ही नहीं पाया। जिनमें छपा, उनमें पद के बारे में नहीं बताया।
– जब कलक्टर ही ऐसा करेंगे तो कैसे रुकेंगी बिजली चोरी
सियासी क्षेत्र में करौली कलक्टर मनोज कुमार शर्मा के घर बिजली चोरी के इस मामले की खूब चर्चा है। यह भी चर्चा है कि जब कलक्टर ही बिजली चोरी में लिप्त रहेंगे तो प्रदेश में बिजली छीजत कैसे रोक पाएंगे कलक्टर। आम आदमी और किसान तो गरीबी और बिजली बिल बचाने के लिए बिजली चोरी करने को मजबूर है, लेकिन कलक्टर और दूसरे अफसर जो मोटी तनख्वाह लेते हैं अगर वे ही बिजली चोरी करेंगे तो कैसे रुकेंगी बिजली की छीजत। कैसे इस तरह के गैर जिम्मेदार अफसर और कलक्टर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बिजली छीजत रोकने के आदेश को पूरा कर पाएंगे।
– आपराधिक मामला नहीं बनाना भी चर्चा का विषय
कलक्टर मनोज कुमार शर्मा के घर पर बिजली मीटर में छेडछाड करते हुए बिजली चोरी का मामला पकड़ा है। बिजली अधिनियम के तहत ऐसे अपराध में जुर्माने के साथ आपराधिक मुकदमा दर्ज किए जाने के भी प्रावधान है। इस मामले में विजीलैंस टीम ने जुर्माना तो वसूल लिया, लेकिन आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया, जो चर्चा का विषय है। विधुत अधिनियम की धारा 138 के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज होना चाहिए था। अगर किसी आम उपभोक्ता पर बिजली निगम ऐसी चोरी पकड़ता है तो जुर्माने के साथ आपराधिक मुकदमा भी दर्ज करवाता है।