जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने डूंगरपुर दौरे की शुरूआत गेप सागर झील के पास श्रीनाथजी मंदिर के दर्शन कर की। राजे ने मंदिर में दर्शन के बाद प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। दर्शन के बाद उन्होंने वहां मौजूद करीब 50 साधु-संतों का श्रीफल भेंट कर एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मान किया। उन्होंने साधु-संतों से आशीर्वाद लेते हुए कहा कि मु तमारो आशीर्वाद लेवा आवी हूं, मारे उपर पूरो आशीर्वाद राकजू..।
मुख्यमंत्री के यह कहने पर सभी साधु-संतों ने एक स्वर में विजयी भव कहकर राजे को आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हम पूरे प्रदेश की जनता से भी आशीर्वाद लेंगे। मैंने बीते साढ़े चार साल में जनता से किए वादों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में हम सफल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर से सीधा जुड़ना है तो पूज्य संत-महात्मा और गुरूजन एक माध्यम और निमित्त का काम करते हैं। इस अवसर पर यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, सांसद हर्षवर्द्धन सिंह, विधायक देवेन्द्र कटारा सहित गणमान्यजन एवं आमजन उपस्थित थे।
-गेप सागर की खूबसूरती को बनाए रखें
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने गेप सागर झील की खूबसूरती को निहारा और वहां चल रहे विकास एवं सौन्दर्यीकरण कार्यों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने नगर परिषद् सभापति के.के. गुप्ता को निर्देश दिए कि झील साफ सुथरी रहे। इसमें गंदगी न रहे। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी, जलदाय राज्यमंत्री सुशील कटारा तथा राज्यसभा सदस्य हर्षवर्द्धन सिंह भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की अस्पताल रोड स्थित प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस अवसर पर वागड़ क्षत्रिय महासभा एवं प्रताप स्मारक समिति से जुड़े राजपूत समाज के प्रबुद्ध लोगों ने मुख्यमंत्री का मालाएं पहनाकर स्वागत किया।