नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नजदीकी मित्र रहे और उनके शासन में केन्द्रीय मंत्री रहे सुब्रमण्यम स्वामी ने राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर बड़ा बयान दिया है। स्वामी ने एक गोष्ठी में कहा कि वे प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु और इंदिरा गांधी परिवार और कांग्रेस के एकमात्र हिन्दू नेता थे, जिनके मन में ख्वाहिश थी कि अयोध्या में राम का मंदिर बनें। वे इस परिवार के सबसे अच्छे इंसान थे। विराट हिंदुस्तान संगम बिहार इकाई की ओर से भारतीय नृत्यिका मंदिर में आयोजित गोष्ठी में स्वामी के अलावा राजनीतिक चिंतक के एन गोविंदाचार्य और पत्रकार राम बहादुर राय ने भी विचार रखे। गोष्ठी में स्वामी ने कहा कि कांग्रेस में विरोध के बावजूद प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दूरदर्शन के लोकप्रिय धारावाहिक रामायण के प्रसारण की अनुमति दी थी। अयोध्या में राम मंदिर के ताले उन्होंने खुलवाए और हिन्दू समाज को पूजा अर्चना की अनुमति दी। राजीव गांधी ही नहीं पूर्व पीएम नरसिंह्मा राव भी राम मंदिर बनाना चाहते थे। इसके लिए इन्होंने प्रयास भी किया। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले साल रामनवमी से पहले राम का भव्य मंदिर का निर्माण होगा। अयोध्या में राम मंदिर बनना हिंदुओं की आस्था का सवाल बन चुका है। मुस्लिम समाज को चाहिए कि वे हिन्दू समाज के लिए यह स्थान छोड़ दे।