नयी दिल्ली। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर सरकार को पथराव और गैर-कानूनी गतिविधियों के सिलसिले में गिरफ्तार किये गए सभी नाबालिगों को जेल से सुधार गृह भेजने को कहा है। उन्होंने उनके मामलों की समीक्षा हमदर्दी के साथ करने का निर्देश दिया है। सभी हितधारकों से बातचीत की शुरुआत करने के लिए केंद्र द्वारा विशेष प्रतिनिधि के रूप में दिनेश्वर शर्मा की नियुक्ति के बाद इस आशय का फैसला किया गया। इसे जम्मू-कश्मीर के लोगों तक पहुंच बनाने की पहल के तौर पर देखा जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को कश्मीर से संबंधित कोर समूह की बैठक में इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। इस बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल भी मौजूद थे। बैठक में जम्मू-कश्मीर सरकार को नाबालिगों से जुड़े मुद्दे पर काम करने का निर्देश दिया गया।
इस घटनाक्रम से अवगत गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि कोर समूह की बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार को पथराव और अन्य अपराधों को लेकर गिरफ्तार किये गए नाबालिगों को सुधार गृहों में भेजने और उनके मामले पर हमदर्दी के साथ विचार करने को कहा गया। अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जल्द ही नाबालिगों को सुधार गृहों में भेजने और उनके मामलों पर विचार करने की संभावना है। बैठक में केंद्र के विशेष प्रतिनिधि शर्मा के अलावा गृह और रक्षा मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों ने भी हिस्सा लिया।शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्री और अन्य को अपने पहले दौर की बातचीत की प्रगति के बारे में अवगत कराया। सतत वार्ता प्रक्रिया के क्रम में शर्मा जल्द ही राज्य का दौरा करेंगे।