जयपुर। राजपूत और रावणा राजपूत समाज राजस्थान की भाजपा सरकार के खिलाफ फिर से आंदोलन तेज करेगा। कमल का भूल-हमारी भूल स्लोगन के साथ इस बार राजपूत समाज प्रदेश में आंदोलन खड़ा करेगा। इसकी तैयारियां शुरु हो गई है। हालांकि यह स्लोगन करीब एक साल से राजपूत समाज के सोशल मीडिया पर खूब चल रहा है। अब इसके साथ जमीनी आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
इस संबंध में सर्व राजपूत संघर्ष समिति ने ऐलान किया है। समिति के पदाधिकारियों ने मीडिया से कहा है कि प्रदेश की वसुंधरा राजे सरकार और भाजपा राजपूत समाज के खिलाफ है। समाज की मांगों को पूरा नहीं किया गया, बल्कि समाज पर प्रताड़ना का दौर चल रहा है। संघर्ष समिति के संयोजक गिरिराज सिंह लोठवाड़ा, मीडिया प्रभारी दुर्ग सिंह चौहान, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी, मारवाड राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमान सिंह खांगटा, रावणा राजपूत समाज के प्रदेश प्रतिनिधि रणजीत सिंह गेंदिया आदि राजपूत नेताओं व पदाधिकारियों ने चेताया है कि प्रदेश की भाजपा सरकार को चुनाव में हराने के लिए गांव-ढाणी, तहसील और जिला स्तर पर भाजपा धिक्कार सम्मेलन किया जाएगा और इन सम्मेलनों में राजपूत समाज को भाजपा मुक्त सरकार की शपथ दिलाई जाएगी। नेताओं ने कहा कि आन्दपाल एनकाउंटर मामले में लिखित समझौता होने के बाद भी भाजपा सरकार अपने वादे से मुकर गई। राजपूत युवाओं पर आज भी कानूनी मुकदमे दर्ज है।
पुलिस आनन्दपाल के परिजनों व सहयोगियों को प्रताडित करने में लगी है। चतुर सिंह सोढा मामले में भी सरकार ने धोखा किया। सीबीआई ने दोषियों को ही क्लीनचित दे दी। सरकार की तानाशाही नीतियों व गलत रवैये से प्रदेश का भाईचारा खत्म किया जा रहा है। राजपूत नेताओं ने पच्चीस जून से जैसलमेर में धिक्कार सम्मेलन की शुरुआत की जाएगी, जो पूरे प्रदेश में फैलेगा। इक्कीस अक्टूबर को जयपुर में बड़ी धिक्कार रैली करके प्रदेश की भाजपा सरकार को उखाड़ने का आह्वान किया जाएगा। चौबीस जून को पूरे प्रदेश में सामाजिक सदभावना दिवस के तौर पर रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। इसी दिन आनन्दपाल सिंह का एनकाउंटर हुआ था।