जयपुर। राजपूत समाज के नए ऐलान से राजस्थान की भाजपा सरकार की नींद उड़ी हुई है। राजपूत समाज के नेताओं ने ऐलान किया है कि वे सात जुलाई को प्रधानमंत्री के जयपुर दौरे का विरोध करेंगे। इसे काले दिवस के तौर पर मनाएंगे। समाज के नेताओं ने कहा कि पीएम मोदी की सभा में समाज के लोग हिस्सा नहीं लेगें। इस दिन काले कपड़े पहनकर विरोध जताएंगे, साथ ही अपने मकानों व संस्थाओं पर भी काले झण्डे लगाएंगे। राजपूत समाज के इस ऐलान से खुफिया व पुलिस एजेंसी सतर्क हो गई है। पीएम दौरे में कोई व्यवधान नहीं हो, इसके लिए पूरी सतर्कता बरती जा रही है। खुफिया एजेंसियों ने समाज के नेताओं व युवा कार्यकर्ताओं पर नजर रखना शुरु कर दिया है।
राजपूत सभा भवन में सर्व राजपूत समाज संघर्ष समिति के बैनर तले आयोजित प्रेसवार्ता में राजपूत सभा के अध्यक्ष गिरिराज सिंह लोटवाड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार की राजपूत समाज की मांगों पर अनदेखी और समाज पर अत्याचार के खिलाफ समाज एकजुट होकर आंदोलन करेगा। जयुपर में 21 अक्टूबर को प्रदेश स्तरीय रैली निकाली जाएगी, जिसमें आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा। आनंदपाल व चतर सिंह एनकाउंटर, सामराऊ हिंसा, राजपूत सभा भवन पर छापे और नोटिस, युवाओं पर फर्जी मुकदमें दर्ज करके परेशान करने के मामलों में सरकार ने लिखित समझौते के बावजूद कुछ नहीं किया। इसलिए समाज की प्रमुख संस्थाओं के पदाधिकारियों ने निर्णय लिया है कि समाज का साथ नहीं देने वाले भाजपा सरकार, पार्टी और सरकार में शामिल राजपूत नेताओं व मंत्रियों का विरोध व बहिष्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा।
राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रदेश प्रवक्ता करण सिंह राठौड़ और सर्व राजपूत समाज संघर्ष समिति के प्रवक्ता दुर्ग सिंह खींवसर ने कहा कि सात जुलाई को राजपूत काली पट्टी बांधकर निकलेंगे। अपने मकानों पर काली झण्डे लगाएंगे। समाज की अनदेखी भाजपा सरकार को भुगतनी होगी। भाजपा सरकार कह रही है कि विधानसभा चुनाव में 180 सीटें जीतने का टारगेट तय किया है, लेकिन राजपूत समाज इसे पूरा नहीं होने देगा। राजपूत समाज भाजपा सरकार के लिए मिशन 18 के लिए जुटेगा। किसी भी कीमत पर भाजपा की सरकार नहीं बनने दी जाएगी। राजपूत समाज आनन्दपाल एनकाउंटर, सांवराद हिंसा, सामराऊ हिंसा समेत अन्य मुद्दों को नहीं भुला है।