delhi.केन्द्रीय सूचना और प्रसारण तथा खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ (सेवानिवृत) ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती समारोह के अवसर पर नई दिल्ली में मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे, आउटरिच कम्युनिकेशन ब्यूरो के महानिदेशक सतेन्द्र प्रकाश, प्रकाशन विभाग की महानिदेशक डॉ. साधना राउत तथा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कर्नल राठौड़ ने कहा कि प्रदर्शनी में इस्तेमाल की गई नई तकनीकी से महात्मा गांधी का जीवन लोगों के निकट आया है। मल्टीमीडिया प्रदर्शनी लोगों की समझ बढ़ाने वाली और उन्हें आकर्षित करने वाली है। उन्होंने आशा व्यक्ति की कि मल्टीमीडिया प्रदर्शनी देश के विभिन्न शहरों में लगाई जाएंगी, ताकि यह विचार अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन सभी के लिए उदाहरण है। महात्मा गांधी वैश्विक नागरिक हैं और इस पर प्रत्येक नागरिक को गर्व है। उन्होंने स्वच्छता सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छता को चुनौती के रूप में लिया है और जन आंदोलन के माध्यम से परिवर्तन देखा जा सकता है।
अमित खरे ने कहा कि मल्टीमीडिया प्रदर्शनी में लोगों ने उत्साह के साथ भाग लिया। उन्होंने कहा कि देश के अंतिम व्यक्ति तक महात्मा गांधी के विचारों को पहुंचाने के लिए नई तकनीकी का उपयोग किया है।
सतेन्द्र प्रकाश ने कहा कि यह पहला अवसर है जब प्रदर्शनी में नई तकनीक इस्तेमाल की गई है और प्रदर्शनी के लिए लोगों के भारी उत्साह की उम्मीद नहीं थी।
राठौड़ ने महात्मा गांधी के जीवन पर विभिन्न लेखकों द्वारा लिखी गई और प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित 11 पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने आउटरिच कम्युनिकेशन ब्यूरो, दूरदर्शन तथा फिल्म प्रभाग द्वारा महात्मा गांधी पर बनाई गई तीन लघु फिल्मों को भी जारी किया। उन्होंने किसानों की आजीविका विकास विषय पर ‘जन कनेक्ट’ पत्रिका का विमोचन किया। यह महात्मा गांधी का सपना था।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर आउटरिच कम्युनिकेशन ब्यूरो द्वारा मल्टीमीडिया प्रदर्शनी आयोजित की गई है। प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के जीवन पर क्विज इंटरेक्टिव टाईम लाईन, विभिन्न पृष्ठभूमि वाले फोटो बूथ तथा थ्री डी वीडियो वॉल शामिल किए गए हैं। प्रदर्शनी में महात्मा गांधी के जीवन पर विभिन्न पुस्तकें भी प्रस्तुत की गई हैं।