दिल्ली। राफेल विमान सौदे को लेकर जहां पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार को विपक्षी दलों ने कठघरे में खड़ा कर रखा है, वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक बयान दिया है कि राफेल विमान देश में आने के बाद ही इसके साझीदारों के नाम सामने लाए जाएंगे। राफेल विमान आपूर्ति में फांसीसी कंपनी दासो के साथ दो-तीन अन्य कंपनियां भी साझेदार है। सभी कंपनियों के अलग अलग लक्ष्य है। विमान आने के बाद इनके नाम सार्वजनिक कर दिए जाएंगे। कारोबारी अनिल अंबानी की रिलायंस डिफेंस को दासो एविएशन कंपनी का ऑफसेट साझेदार बनाने के सवाल पर निर्मला ने कहा कि विमान आपूर्ति में शामिल सभी कंपनियों को ऑफसेट पूरा करने का मौका दिया जाएगा। जितनी भी कंपनियां है उन्हें निवेश का मौका मिलेगा या सेवा कार्य देखने होंगे।