
चण्डीगढ़। साध्वी यौन शोषण मामले में बाबा राम रहीम को दोषी करार देने के बाद बाबा के समर्थकों द्वारा की गई हिंसा, आगजनी और उपद्रव मामले में शनिवार को पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट जजेज ने कानून व्यवस्था और हिंसा रोकने में विफल रहने पर हरियाणा सरकार को कड़ी फटकार लगाई। कोर्ट ने कहा कि सरकार और पुलिस ने आश्वास्त किया था कि अप्रिय घटना नहीं होगी। पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं, लेकिन पंचकूला समेत दूसरे शहरों में बाबा राम रहीम के समर्थकों ने जमकर हिंसा की। कई लोग मारे गए। कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि पंचकूला व दूसरे शहर जलते रहे, लेकिन सरकार-पुलिस दंगाईयों के सामने सरेण्डर करती दिखी। दंगाईयों पर कोई कार्रवाई नहीं की।
राजनीतिक फायदे में सरकार लगी रही। जनता की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया। कोर्ट ने हिंसा के संबंध में दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए सरकार से शुक्रवार को बाबा राम रहीम की सभी सम्पत्तियों को अटैच करते हुए इनकी सूची कोर्ट में पेश करने को कहा, साथ ही हिंसा में जो नुकसान हुआ, उसकी स्टेटस रिपोर्ट मांगी। इस स्टेटस रिपोर्ट पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने हरियाणा सरकार पर यह कड़ी टिप्पणी की।