बेंगलूरू। ऑर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने कहा है कि राम मंदिर विवाद को अदालत से बाहर सुलझाने में मदद के लिए इसके संस्थापक श्री श्री रविशंकर निर्मोही अखाड़ा के आचार्य रामदास सहित कई इमामों और स्वामियों के साथ संपर्क में हैं। फाउंडेशन ने कहा कि अभी किसी नतीजे पर पहुंचना बहुत जल्दबाजी होगी और यह बातचीत सरकार की ओर से नहीं की जा रही है।
ऑर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘रविशंकर निर्मोही अखाड़ा के आचार्य रामदास सहित कई इमामों और स्वामियों के साथ संपर्क में हैं।’’ इसमें बताया गया है, ‘‘गुरूदेव श्रीश्री रविशंकर का मानना है कि राम मंदिर मुद्दे पर मौजूदा माहौल, दोनों पक्षों के लोगों को एक अवसर मुहैया कराता है ताकि वे एक साथ आएं , अपनी उदारता दिखाएं और अदालत से बाहर मामले को निपटाएं ।’’ फाउंडेशन ने कहा कि ये बातचीत किसी भी सरकार या संगठन की ओर से नहीं है । हालांकि, अखिल भारतीय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने रविशंकर के साथ किसी तरह के बैठक की खबरों से इंकार किया है। बोर्ड ने कल कहा था कि अगर रविशंकर चाहते हैं तो वह उनसे बातचीत के लिए तैयार है क्योंकि उन्हें बातचीत करने और समाधान खोजने में मदद करने में कोई समस्या नहीं है।