नई दिल्ली। रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को यहां देश के चौदहवें राष्ट्रपति पद की शपथ ली। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जे.एस.खेहर ने कोविंद को शपथ दिलाई। राष्ट्रपति बनने पर कोविंद को 21 तोपों की सलामी भी दी गई। इस मौके पर निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पीएम नरेन्द्र मोदी समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेता मौजूद थे। सेन्ट्रल हॉल में आयोजित समारोह में तीनों सेनाओं के प्रमुख, सांसद और गणमान्य लोगों की मौजूदगी में रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली। इस मौके पर कोविंद ने कहा कि राष्ट्रपति पद का दायित्व देने पर में सभी का ह्रदय से आभारी हूं। मैं मिट्टी के घर में पला-बढ़ा हूं।
संविधान में प्रदत्त न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के मूल तत्वों का पालन करुंगा। जो विश्वास देशवासियों ने मुझ पर जताया है, उस पर खरा उतरने का वादा करता हूं। मैं देश के राष्ट्रपति पद पर रहे डॉ.राधाकृष्णन, डॉ.राजेन्द्र प्रसाद, डॉ.अब्दुल कलाम आजाद, प्रणब मुखर्जी के पद चिन्हों पर चलने जा रहा हूं। कोविंद ने कहा कि इस देश को महात्मा गांधी ने मार्ग दिखाया। सरदार बल्लभ भाई पटेल ने देश के एकसूत्र में बांधा। बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने मानवीय गरिमा और गणतांत्रिक मूल्यों का संचार किया। उन्होंने कहा कि हम अभी 21 सदी के दूसरे दशक में है। हमें भरोसा है कि यह सदी भारत की होगी। हम ऐसे भारत का निर्माण करेंगे, जो आर्थिक नेतृत्व के साथ नैतिक आदर्श भी दुनिया के सामने पेश करें।