राजकोट। भारत और वेस्ट इंडीज के बीच राजकोट में सीरीज के पहले टेस्ट में डेब्यू कर रहे युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ ने गजब का खेल दिखाया है। पृथ्वी ने डेब्यू टेस्ट में न केवल शतक मारने का कारनामा किया है बल्कि वह इस फेहरिश्त में शामिल होने वाले सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर हैं। टीम इंडिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 33 ओवर में 1 विकेट पर 176 रन बना लिए हैं। पृथ्वी शॉ 102 और चेतेश्वर पुजारा 68 रन बनाकरक क्रीज पर मौजूद हैं। राजकोट में टेस्ट डेब्यू करने वाले पृथ्वी शॉ ने शानदार बैटिंग कर खेल प्रेमियों का दिल जीत लिया। सचिन के बाद टेस्ट में सेंचुरी लाने वाले पृथ्वी शॉ दूसरे सबसे युवा भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं। आपको बता दें कि शॉ की कप्तानी में ही भारत ने इसी साल अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता था। शॉ ने पिछले साल इसी मैदान पर रणजी ट्रोफी में पदार्पण किया था।
पृथ्वी शॉ 2012 में हैरिस शील्ड टाइटल टूर्नमेंट में रिजवी स्प्रिंगफील्ड हाई स्कूल के कप्तान रहे। यह मुंबई में होने वाला स्कूल टूर्नमेंट है। यहीं से पृथ्वी शॉ के क्रिकेट करियर की औपचारिक शुरूआत हुई। इसके बाद 2013 में 14 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाए। शॉ ने 330 बॉल में 546 रन बनाए। वह सेकंड हैरिस शील्ट डाइटल में भी रिजवी के कैप्टन रहे। 2016 में श्री लंका में अंडर-19 एशिया कप हुआ। इसमें भारत की टीम ने जीत हासिल की। पृथ्वी शॉ इस टीम का हिस्सा थे। रणजी ट्रोफी में उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ सेमी फाइनल मैच में फर्स्ट क्लास डेब्यू किया। इस मैच में उन्होंने शतक लगाया। 2016 में 17 साल की उम्र में विजय हजारे ट्रोफी में मुंबई की तरफ से खेला। दलीप ट्रोफी डेब्यू में शतक लगाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने। इससे पहले यह रेकॉर्ड सचिन तेंडुलकर के नाम था। 2018 में हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप में वह भारतीय टीम के कैप्टन रहे। आईपीएल 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ में खरीदा। वह आईपीएल में फिफ्टी जड़ने वाले संयुक्त रूप से सबसे युवा खिलाड़ी बने।