• जयपुर। राजधानी जयपुर के बहुचर्चित रेप ब्लैकमेलिंग गिरोह की मुख्य सदस्य शिखा तिवाड़ी उर्फ अंकिता उर्फ डीजे अदा को गिरफ्तार कर लिया है। एसओजी की एक टीम ने उसे मुम्बई से गिरफ्तार करके जयपुर लाई है। शिखा व उसके ब्लैकमेलिंग गिरोह के सदस्यों ने आपराधिक षड्यंत्र करते हुए वैशाली नगर जयपुर के डॉ.सुनीत सोनी पर रेप का झूंठा केस लगाकर करीब एक करोड़ रुपए वसूले थे। पैसे मिलने के बाद शिखा तिवाड़ी ने बयान बदल दिए। करीब 78 दिन में सुनीत सोनी जेल से बाहर आ पाए थे। इस गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद से शिखा तिवाड़ी जयपुर से फरार हो गई थी। naveen devani advब्लैकमेलिंग गिरोह के मुख्य सरगना नवीन देवानी, नीतेश बंधु समेत करीब 32 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। लेकिन एसओजी की धरपकड़ से पहले शिखा फरार हो गई थी। शिखा सीताराम बाजार ब्रह््मपुरी जयपुर की रहने वाली है। करीब छह महीने से मुम्बई में रह रही थी। शिखा की गिरफ्तारी से इस ब्लैकमेलिंग गिरोह की दूसरी करतूतों और मामलों का पर्दाफाश हो सकेगा। साथ गिरोह में लिप्त अन्य लोग के नाम भी सामने आ सकते हैं।
    – मुम्बई में चला रखा था म्यूजिक ग्रुप अदा
    फरारी के दौरान शिखा तिवाड़ी ने मुम्बई को ठिकाना बना लिया था। एसओजी के महानिरीक्षक दिनेश एम.एन. ने बताया कि मुम्बई में शिखा तिवाड़ी ने डीजे अदा के नाम से एक म्यूजिकल गु्रप बना लिया, जो बड़े होटलों में प्रोग्राम करता है। शिखा को एक होटल से एसओजी के एसआई मोहन लाल, महिला कांस्टेबल सुनिता वर्मा ने एक म्यूजिक प्रोग्राम के दौरान धरा। एसओजी टीम उससे पूछताछ कर रही है। यह भी पडताल कर रही है कि कहीं उसने मुम्बई में तो ब्लैकमेलिंग का धंधा नहीं चला रखा था। मामले का अनुसंधान एएसपी करन शर्मा के निर्देश में पुलिस निरीक्षक सूर्यवीर सिंह कर रहे हैं।
    – मरीज बनकर फंसाया और ब्लैकमेल किया डॉक्टर को
    शिखा तिवाड़ी और गिरोह के दूसरे सदस्यों ने आपराधिक षड्यंत्र रचते हुए वैशाली नगर में मेड््िस्पा के नाम हेयर ट्रांसप्लांट का क्लिनिक चलाने वाले डॉ. सुनीत सोनी को योजनाबद्ध तरीके से फंसाया। शिखा तिवाडी को सोनी के पास हेयर ट्रीटमेंट कराने भेजा। उसने डिप्रेशन में बताते हुए डॉ. सुनीत सोनी को अपने साथ पुष्कर घुमाने चलने का दबाव डाला। फिर डॉ. सुनीत सोनी से पुष्कर में एक रिसोर्ट में कमरा बुक करा दिया। सुनीत शिखा को पुष्कर में छोडकर रात में ही जयपुर आ गया। लेकिन शिखा ने डॉ. सुनीत को बार बार तबीयत खराब होने की कहकर वापस बुला लिया। डॉ. सुनीत रात में वापस अपनी गाडी से पुष्कर गया और दूसरे दिन जयपुर आ गए। दो दिन बाद गिरोह के दूसरे सदस्य अक्षत शर्मा व विजय उर्फ सोनू शर्मा ने अपना खेल शुरु करते हुए डॉ. सुनीत सोनी को शिखा तिवाड़ी से झूंठा रेप केस दर्ज कराने की धमकी देकर एक करोड रुपये मांगे। दोनों ने खुद को मीडियाकर्मी बताया और न्यूज चलाने की धमकी दी। जब उसने पैसे नहीं दिए तो गिरोह के सरगना वकील नवीन देवानी, नितेश बंधु शर्मा व गिरोह के अन्य सदस्यों ने डॉ. सुनीत सोनी के विरुद्ध शिखा तिवाड़ी से पुष्कर थाने में मामला दर्ज करवा दिया। पुलिस ने डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। बाद में समझौते के बहाने गिरोह सदस्यों ने डॉक्टर के पिता व भाई से एक करोड़ रुपए लिए और कोर्ट में शिखा तिवाड़ी के पक्षद्रोही बयान दर्ज करवाए। सुनीत सोनी को 78 दिन तक जेल में रहना पड़ा।

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