jaipur. केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग, नौवहन, रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि नागरिकों के लाभ के लिए परिवहन क्षेत्र में बड़ी पहल की गई है। आज नई दिल्ली में उन्होंने कहा कि ट्रकों का एक्सल बोझ 20 से 25 प्रतिशत बढ़ाने से उनकी सामान ले जाने की क्षमता में असाधारण वृद्धि हुई है। इससे न केवल ट्रांसपोर्टरों की आय बढ़ी है, बल्कि प्रदूषण कम हुआ है।
मंडाविया ने कहा है कि वाहनों की आधुनिक टेक्नोलॉजी को देखते हुए, व्यावसायिक वाहनों की फिटनेस जांच जरूरत में बदलाव आया है। हर वर्ष जांच कराने के पूर्व के प्रावधान के स्थान पर, अब उन्हें हर दो वर्ष पर ये जांच कराने की जरूरत होती है। एक अन्य प्रमुख कदम नये व्यावसायिक वाहनों को अनिवार्य फिटनेस जांच से पूरी तरह मुक्त रखना है। उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप वाहनों को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) कम जाना पड़ता है, जिससे समय और धन की बचत होती है।
मंडाविया ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों को अनिवार्य भूरे रंग के स्थान पर अब अपनी पसंद के रंग में ट्रकों को पेंट कराने की छूट है। वे अब इस जगह का इस्तेमाल विज्ञापनों आदि के लिए कर सकते है, जिससे उनकी आमदनी हो सकती है। उन्होंने कहा कि इससे ट्रकों में सफाई रहेगी। साथ ही धूल से होने वाले प्रदूषण से बचने के लिए सभी व्यावसायिक वाहनों को पूरी तरह ढकना होगा।
मंडाविया ने कहा कि सभी नये वाहनों में फास्टैग लगाना अनिवार्य कर दिया गया है, इससे वाहनों की समय की बचत होने लगी है, क्योंकि उन्हें टोल प्लाजा पर रूकना नहीं पड़ता और उन्हें 5 प्रतिशत की छूट मिलती है। अब वाहनों की ट्रैकिंग भी आसान हो गई है और चालकों को भुगतान के लिए नकदी लेकर चलने की जरूरत नहीं है। यह व्यवस्था टोल संचालकों के लिए लाभकारी सिद्ध हुई है, इससे टोल संग्रह बेहतर हुआ है और प्रदूषण कम हुआ है।