फिक्की-एमआरएसस स्टडी “राजस्थान अ ट्रू लैंड ऑफ कल्चर एंड हैरिटेज”, राज्य में फिल्म टूरिज्म को किया जाए प्रमोट
जयपुर। ट्रेवल राइटर्स, ब्लॉगर्स और रिव्यूअर्स को विभिन्न राज्यों के पर्यटन के बारे में लिखने के लिए प्रोत्साहित किया जाए तो उनकी कहानियां और फोटो देख कर लोगों को टूरिज्म के बारे मे नये आईडिया मिलेंगे। ये राइटर्स दूसरों को भी घूमने और अपने अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित करेंगे। डिजीटल प्लेटफार्म जैसे ब्लॉग्स, सोशल मीडिया और पत्रिकाओं के जरिए लोगों को अपने घर से बाहर निकलने और अधिक से अधिक घूमने के लिए प्रेरित किया जा सकता है। ये सुझाव फिक्की-एमआरएसएस की ओर से “राजस्थान अ ट्रू लैंड ऑफ कल्चर एंड हैरिटेज” विषय पर तैयार की गई स्टडी में दिए गए है। राजस्थान की मुख्यमंत्री, वसुंधरा राजे ने ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार (जीआईटीबी-2018) के उद्घाटन सत्र में इस स्टडी को रिलीज किया था।
राज्य सरकार द्वारा भी पहले से ही ब्लॉगर्स और ट्रेवल राइटर्स को राजस्थान के बारे में लिखने के लिए प्रोत्साहित करने के अनेक प्रयास किए गए हैं। लग्जरी ट्रेन पैलेस ऑन व्हील्स पर इंटरनेशनल ब्लॉगर्स के फेमिलिराईजेशन टूर कराए गए हैं। इसी तरह जेएलएफ में आने वाले राइटर डेलीगेट्स को भी जयपुर में फेम टूर्स कराए गए हैं।
इसके अतिरिक्त रिपोर्ट में बताया गया है कि राजस्थान में फिल्म टूरिज्म को प्रमोट किया जाना चाहिए, क्योंकि यहां काफी फिल्में शूट की जाती है। इस तरह के टूरिज्म में फिल्म के प्रमोशन के लिए विभिन्न स्थानों पर जाया जाता है। इसके अलावा ट्रैवल फिल्म टूरिज्म और उस फिल्म से प्रेरित टूरिज्म भी इसमें शामिल है। विदेशी और घरेलू पर्यटक अब ऐेसे स्थानों पर जाना चाहते हैं जो गैर-पारम्परिक हो। इन स्थानों का कल्चर, इथोज और इन्फ्रास्ट्रक्चर पर्यटकों को विशेष अनुभव देता है। राजस्थान मे बूंदी, भैंसरोडगढ, जोजावर, लोंगेवाला जैसे स्थानों को गैर-परम्परागत पर्यटन स्थलों के रूप में देखा जा सकता है।
इसके अतिरिक्त विभिन्न विभागों के मध्य बेहतर समन्वय, डिजीटल वर्ल्ड में लगातार कुछ नया करते रहने और स्थानीय समुदाय को पर्यटन सुविधाओं के विकास और विस्तार में जोडने के सुझाव भी इस रिपोर्ट मंे दिए गए है।