– हिप रिपलेसमेंट के इस जटिल ऑपरेशन के 10 दिन बाद ही चलने लगीं महिला
जयपुर। गुलाबी नगर उस खुशनुमा पल का गवाह बना, जब 104 साल से ज्यादा की उम्रदराज महिला का सफ लतापूर्वक हिप रिपलेसमेंट किया गया और महिला अपने पैरों पर खड़ी होकर चलने लगी। इतनी अधिक उम्र की होने और कई टुकड़ों में टूट गई कूल्हे की हड्डी के बावजूद क्रिटिकल हिप रिपलेसमेंट करना राजस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि है। चिकित्सकों का दावा है कि दुनिया में सबसे ज्यादा उम्र की महिला की हिप सर्जरी का रिकार्ड ग्रेटर नोएडा में दस साल पहले हुए 104 साल की मातेश्वरी देवी के नाम है। यूके की 102 साल की एडिथ नाम की महिला का भी हिप सर्जरी हो चुकी है।
नागौर के जसवंतगढ़ की 104 साल से ज्यादा उम्र की बसंती देवी पिछले दिनों अपने घर में पलंग से गिर गई थी। इससे उनके दायें कूल्हे की हड्डी कई टुकड़ों में टूट गई। हिप की बॉल भी बाहर निकल गई। इससे असहनीय दर्द के साथ गंभीर हालत में बिस्तर पर ही रहने को मजबूर हो गई। पीठ में घाव हो गए। कई जगह दिखाया, मगर उम्र बहुत होने व गंभीर हालात को देखते हुए किसी ने ऑपरेशन की रिस्क नहीं ली। किसी की सलाह पर उन्हें शेल्बी हॉस्पीटल जयपुर कं ज्वाइन्ट रिपलेसमेंट व ऑर्थोपेडिक डिसऑर्डर एक्सपर्ट डॉ. रणत रामजस विश्नोई को दिखाया। अपने सीनियर्स से सलाह के बाद डॉ. विश्नोई ने बसंती देवी का हिप रिपलेसमेंट करने का निर्णय किया। करीब डेढ़ घंटे तक ऑपरेशन चला, जो सफल रहा। डॉ. धीरज ने भी ऑपरेशन में सहयोग किया। डॉ. विश्नोई ने बताया कि वे इस केस को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड में भी भेजेंगे।
बसंती देवी की ज्यादा उम्र होने और 38 किलो वजन होने के कारण सर्जरी रिस्की थी। ऑपरेशन सफल रहा और ऑपरेशन के दस दिन बाद बसंती देवी ने मूवमेंट शुरु कर दिया। वह खुद के सहारे से चलने लगी। मरीज पूरी तरह ठीक है। बस उन्हें जमीन पर नहीं बैठना होगा। बसंती देवी के पोते पवन ने बताया कि दादी पूरी तरह फि ट हैं, हमें खुशी है कि उनका आशीर्वाद अभी हमारे साथ है।