इलाहाबाद. उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा का लाभ उठाने के लिए धार्मिक और परोपकारी संगठन भी आगे आ रहे हैं। कुंडा प्रतापगढ़ के मनगढ़ गांव स्थित जगद्गुरू कृपालु धाम ने अपने परिसर में 150 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है और इसकी योजना और 150 किलोवाट का संयंत्र लगाने की है। करीब 25 एकड़ क्षेत्र में स्थित जगद्गुरु कृपालु परिषत् भक्तिधाम के प्रबंधक राजीव तनेजा ने बताया, “हमने 55-60 लाख रुपये का निवेश कर टाटा पावर सोलर कंपनी का 150 किलोवाट का संयंत्र लगाया है और 150 किलोवाट के लिए बात चल रही है। हमने यूपीनेडा के पास सब्सिडी के लिए आवेदन कर रखा है।”
उन्होंने बताया, “सोलर पैनल से प्रतिदिन करीब 450 यूनिट बिजली पैदा होती है और हमारी बिजली की कुल खपत 900-1000 यूनिट प्रतिदिन की है। इस तरह से हम करीब 50 प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से हासिल कर रहे हैं।” इसी तरह कुष्ठ रोगियों की चिकित्सा करने वाले परमार्थ संगठन लेप्रोसी मिशन ने अपने परिसर में 45 लाख रुपये के निवेश से 62 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया है। नैनी स्थित लेप्रोसी मिशन के सीनियर मैनेजर दिलीप बर्मन ने बताया, “हमारे प्रतिष्ठान में प्रतिदिन 1000-1200 यूनिट बिजली खर्च होती है जिसमें से 225 से 250 यूनिट की भरपाई सोलर पावर प्लांट से पैदा हुई बिजली से की जाती है।” इलाहाबाद स्थित मुख्यालय वाले उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) ने चालू वित्त वर्ष में 28 फरवरी, 2018 तक 7.7 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साथ सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए हैं जो प्रतिदिन 28,490 यूनिट बिजली पैदा कर रहे हैं। एनसीआर ने अपने रेलवे स्टेशनों, डीआरएम कार्यालयों और सूबेदारगंज स्थित मुख्यालय में ये सोलर पैनल लगाए हैं।
टाटा पावर सोलर सिस्टम्स के चैनल पार्टनर बिमन राय ने बताया कि उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के प्रति संस्थानों का रुझान बढ़ रहा है और गैर सरकारी संगठन भी अब इस हरित ऊर्जा का उपयोग करने के लिए आगे आ रहे है।
राय ने बताया, “हमने वाराणसी स्टेशन पर 500 किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगाया है, जबकि डीएलडब्लू, वाराणसी में 706 किलोवाट क्षमता का प्लांट लगाया है। इसी तरह से महोबा में विकास भवन में 80 किलोवाट और कलेक्ट्रेट में 45 किलोवाट का संयंत्र लगाया गया है। वहीं राय बरेली स्थित रेलवे कोच फैक्टरी में 2 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया गया है।” फूलपुर स्थित इफ्को ने वर्ष 2016 में 3 करोड़ रुपये के निवेश से 585 किलोवाट और 2017 में 4 करोड़ रुपये के निवेश से 800 किलोवाट का सौर ऊर्जा संयंत्र लगाया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में मिर्जापुर के दादर कला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की यात्रा पर आए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सौर ऊर्जा संयंत्र उद्घाटन किया है। फ्रांसीसी कंपनी एनजी द्वारा करीब 500 करोड़ रुपये की लागत से 380 एकड़ क्षेत्र में स्थापित यह सौर ऊर्जा संयंत्र 75 मेगावाट बिजली का उत्पादन करेगा।