नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती शनिवरा को क्रॉस एलओसी ट्रेड को बंद करने के मामले में सख्त नजर आई। श्रीनगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र लाहौर घोषणा पत्र को दोबारा लागू करे। ताकि घाटी में अमन-चैन कायम हो।
पाकिस्तान आतंकी फंडिंग को लेकर एनआईए की गिरफ्त में आए 8 हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी से नाखुश होते हुए उन्होंने कहा कि यह एक साजिश है। जम्मू कश्मीर के मसले को दबाया नहीं जा सकता है। केन्द्र अटल बिहारी वाजपेयी के रास्ते का अनुसराण करे। विचारधाराओं को कैद नहीं किया जा सकता है। अपने बच्चों की तालिम के लिए पीओके के लोगों को अपने बच्चों को कश्मीर भेजना चाहिए। दोनों ओर से व्यापार बढ़े और यात्रा को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। सीएम ने कश्मीर व पीओके के विधानसभा सत्र को एक साथ बुलाने का सुझाव दिया और कहा कि कश्मीर व पीओके के विधायकों की एक साथ बैठक होनी चाहिए। क्रॉस एलओसी ट्रेड को बंद करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
बता दें एनआईए की कार्रवाई के बाद सीएम मुफ्ती की लोकप्रियता का ग्राफ घटा है। वहीं घाटी में हालात सुधारने के लिए उनके प्रयास सफल नहीं हो सके। ऐसे में अब सीएम को लग रहा है कि पार्टी को अपने सेट एंड पर वापस आना होगा। जिसके बल पर वह विधानसभा चुनाव जीती थी। जिसमें अलगाववादी नेताओं के साथ नरमी व पाकिस्तान के साथ दोस्ताना रिश्तों की वकालत की थी।