दिल्ली : एक अध्ययन में कहा गया है कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में दो गुणा से लेकर दस गुणा तक अधिक अवैतनिक कार्य करती हैं। एक एनजीओ द्वारा आज जारी इस अध्ययन का कहना है कि महिलाओं के जीवन में यह अत्यधिक दबाव नींद में कमी के रुप में सामने आता है। ‘अदृश्य कार्य, अदृश्य श्रमिक: अवैतनिक कार्य और वैतनिक कार्य की अर्थव्यवस्थाएं’ नामक यह अध्ययन महाराष्ट्र, तेलंगाना, उत्तराखंड के चार जिलों में सर्वेक्षण पर आधारित है। इसके तहत इन राज्यों में 1560 महिलाओं का सर्वेक्षण किया गया और महिलाओं के अवैतनिक कार्य में कमी और उसके पुनर्वितरण से संबंधित योजनाओं एवं नीतियों की समीक्षा की गयी।
एक्शनएड इंडिया की रिपोर्ट जारी करते हुए सामाजिक कल्याण राज्यमंत्री रामदास अठावले ने अपनी मां को याद किया जो कृषि श्रमिक के रुप में काम करती थी और उन्हें स्कूल भी भेजती थीं। उन्होंने कहा, ‘‘महिलाएं ढेरों जिम्मेदारियां उठाती हैं और उन्हें कार्य के क्षेत्र में इंसाफ एवं सुरक्षा मिलनी चाहिए।’’ उन्होंने वादा किया कि वह संबंधित प्रशासन के सामने ये मुद्दे उठायेंगे। शोध के अनुसार महिलाएं न केवल पुरुषों की तुलना में अधिक अवैतनिक कार्य करती हैं बल्कि उन्हें अवैतनिक कार्य में दो से दस गुणा अधिक समय व्यतीत करना पड़ता है।