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जयपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात की 82वीं कड़ी में देशवासियों से रुबरु हुए। पीएम मोदी ने मन की बात में कहा कि गणतंत्र दिवस, मतदाता दिवस के बाद तीस जनवरी को शहीद दिवस है। इस दिन हमें बापू महात्मा गांधी के साथ देश की आजादी के लिए बलिदान देने वाले सभी शहीदों का स्मरण करना है, साथ ही इस पवित्र दिन संकल्प भी ले कि हमें नए भारत का निर्माण भी करना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 26 जनवरी 1950 को हमारे देश में संविधान लागू हुआ और उस दिन हमारा देश गणतंत्र बना और कल ही हमने आन-बान-शान के साथ गणतंत्र दिवस भी मनाया लेकिन मैं, आज कुछ और बात करना चाहता हूँ। हमारे देश में एक बहुत ही महत्वपूर्ण संस्था है, जो हमारे लोकतंत्र का तो अभिन्न अंग है ही और हमारे गणतंत्र से भी पुरानी है – मैं भारत के चुनाव आयोग के बारे में बात कर रहा हूँ। 25 जनवरी को चुनाव आयोग का स्थापना दिवस था, जिसे ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। हमारे देश में यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है कि भारत का प्रत्येक नागरिक, जो एक पंजीकृत मतदाता है, उसे मतदान करने का अवसर मिले।

उन्होंने कहा कि भारत की इस महान धरती ने कई सारे महापुरुषों को जन्म दिया है और उन महापुरुषों ने मानवता के लिए कुछ अद्भुत, अविस्मरणीय कार्य किये हैं। हमारा देश बहुरत्ना-वसुन्धरा है। ऐसे महापुरुषों में से एक थे – नेताजी सुभाष चन्द्र बोस। 23 जनवरी को पूरे देश ने एक अलग अंदाज में उनकी जन्म जयन्ती मनाई। नेताजी की जन्म जयन्ती पर मुझे भारत की आजादी के संघर्ष में अपना योगदान देने वाले वीरों को समर्पित एक उनेमनउ संग्रहालय का उद्घाटन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जब मैं लाल किले में, क्रान्ति मंदिर में, वहां नेताजी से जुड़ी यादों के दर्शन कर रहा था तब मुझे नेताजी के परिवार के सदस्यों ने एक बहुत ही खास कैप टोपी भेंट की। अभी महीने भर पहले ही 30 दिसम्बर को मैं अंडमान और निकोबार द्वीप गया था। एक कार्यक्रम में ठीक उसी स्थान पर तिरंगा फहराया गया, जहां नेताजी सुभाष बोस ने 75 साल पहले तिरंगा फहराया था।इसी तरह से अक्टूबर 2018 में लाल किले पर जब तिरंगा फहराया गया तो सबको आश्चर्य हुआ, क्योंकि वहां तो 15 अगस्त को ही यह परम्परा है। यह अवसर था आजाद हिन्द सरकार के गठन के 75 वर्ष पूरे होने का।

उन्होंने कहा कि सुभाष बाबू को हमेशा एक वीर सैनिक और कुशल संगठनकर्ता के रूप में याद किया जाएगा। एक ऐसा वीर सैनिक जिसने आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। ‘दिल्ली चलो’,‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आजादी दूंगा”, जैसे ओजस्वी नारों से नेताजी ने हर भारतीय के दिल में जगह बनाई। मैं हमेशा कहता हूँ, जो खेले वो खिले और इस बार के खेलो इण्डिया में ढ़ेर सारे तरुण और युवा खिलाड़ी खिल के सामने आए हैं। जनवरी महीने में पुणे में खेलो इण्डिया यूथ गेम्स में 18 गेम्स में करीब 6,000 खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस बार ‘खेलो इण्डिया’ में हर राज्य के खिलाड़ियों ने अपने-अपने स्तर पर अच्छा प्रदर्शन किया है। मेडल जीतने वाले कई खिलाड़ियों का जीवन जबर्दस्त प्रेरणा देने वाला है। मुक्केबाजी में युवा खिलाड़ी आकाश गोरखा ने सिल्वर मेडल जीता। मैं पढ़ रहा था आकाश के पिता रमेश जी, पुणे में एक कॉम्प्लेक्स में बतौर ूंजबीउंद का काम करते हैं। वे अपने परिवार के साथ एक चंतापदह ेीमक में रहते हैं। वहीं महाराष्ट्र की अंडर-21 महिला कबड्डी टीम की कप्तान सोनाली हेलवी सतारा की रहने वाली है। उन्होंने बहुत कम उम्र में ही अपने पिता को खो दिया और उनके भाई और उनकी माँ ने सोनाली के हुनर को बढ़ावा दिया। इसके बावजूद सोनाली ने कबड्डी को चुना और उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। आसनसोल के 10 साल के अभिनवशॉ, खेलो इण्डिया यूथ गेम्स में सबसे कम उम्र के स्वर्ण पदक विजेता हैं। कर्नाटक से एक किसान की बेटी अक्षता बासवानी कमती ने ूमपहीजसपजिपदह में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अपनी जीत का श्रेय अपने पिता को दिया। उनके पिता बेलगाम में एक किसान हैं।

2 अक्टूबर, 2014 को हमने अपने देश को स्वच्छ बनाने और खुले में शौच से मुक्त करने के लिए एक साथ मिलकर एक चिर-स्मरणीय यात्रा शुरू की थी। भारत के जन-जन के सहयोग से आज भारत 2 अक्टूबर, 2019 से काफी पहले ही खुले में शौच मुक्त होने की ओर अग्रसर है जिससे कि बापू को उनकी 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी जा सके। पाँच लाख पचास हजार से अधिक गाँवों ने और 600 जिलों ने स्वयं को खुले में शौच मुक्त घोषित कर दिया है और ग्रामीण भारत में स्वच्छता बवअमतंहम 98ः को पार कर गया है और करीब नौ करोड़ परिवारों को शौचालय की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है।

उन्होंने कहा कि मैं सभी विद्यार्थियों, उनके माता-पिता और शिक्षकों को शुभकामनाएं देता हूँ। मैं इस विषय पर आज ‘मन की बात’ के इस कार्यक्रम में चर्चा करना जरूर पसंद करता, लेकिन आपको यह जानकर प्रसन्नता होगी कि मैं दो दिन बाद ही 29 जनवरी को सवेरे 11.00 बजे ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में देश भर के विद्यार्थियों के साथ बातचीत करने वाला हूँ।
उन्होंने कहा कि 30 जनवरी पूज्य बापू की पुण्यतिथि है। 11 बजे पूरा देश शहीदों को श्रद्धांजलि देता है। हम भी जहाँ हों दो मिनट शहीदों को जरुर श्रद्धांजलि दें।

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