जयपुर। आम आदमी पार्टी राजस्थान ने रिसर्जेंट राजस्थान को राजस्थान सरकार की नाकामी करार देते हुए कहा, इस बार रिसर्जेंट राजस्थान न करवाने से वसुंधरा सरकार की पोल खुल गई है। प्रदेश प्रभारी एवं दिल्ली उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया की पिछले वर्ष जिस रिसर्जेंट राजस्थान के आयोजन पर राजस्थान की जनता का पैसा पानी की तरह बहाया गया और प्रदेश वासियों को निवेश और रोज़गार के बड़े बड़े सपने दिखाए गए। पिछले रिसर्जेंट राजस्थान में 3 लाख 37 हजार करोड़ के 470 एमओयू दिखा कर बड़े वादे किये गए। परिणाम अब सामने है कि यह सरकार विकास के खोखला दावे करती है। मनीष सिसोदिया ने बताया, पिछले रिसर्जेंट राजस्थान के आयोजन पर आम जनता की कमाई का करोड़ो रूपये लुटाने के बाद भी डेढ़ वर्ष में मात्र 9 हजार करोड़ का निवेश आया है। जबकी एमओयू 3 लाख 37 हजार करोड़ के हुए थे, करोड़ो खर्च करने के बाद मात्र 9 हजार करोड़ का निवेश आना इस बात का संकेत है कि इस सरकार के पास विकास का कोई विजन नहीं है। ऐसा प्रतीत हो रहा है की ये आयोजन सरकार द्वारा केवल मनोरजन करने के लिए ही किया गया था और राज्य की आम जनता की गाढी कमाई को बर्बाद करना ही मुख्य मकसद था। मनीष सिसोदिया के अनुसार रिसर्जेंट राजस्थान का प्रचार प्रसार पूरी दुनिया में किया गया था और भाजपा सरकार लगातार दावा कर रही थी कि इस आयोजन से राजस्थान की तकदीर बदल जाएगी और लाखों की संख्या में रोज़गार आएगा लेकिन परिणाम ज़ीरो रहा। करोड़ो खर्च करने के बाद भी राज्य को कुछ हासिल नही होना और निवेश का वापस चला जाना सरकार की अकर्मण्यता को दर्शाता है।