जयपुर। राजस्थान के नामी आरटीआई एक्टिविस्ट नंदलाल व्यास को जोधपुर कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। जेल के बाहर बड़ी संख्या में समर्थक और नागरिक संगठनों के लोग ढोल नगाड़ों के साथ उन्हें लेने पहुंचे और माला पहनाकर उन्हें घर तक लाए हैं।
जोधपुर पुलिस ने एसटी-एससी प्रकरण में व्यास को अरेस्ट किया था। पुलिस ने रिमांड मांगा, लेकिन कोर्ट ने नामंजूर करके जेल भेज दिया। दूसरे दिन सोमवार को कोर्ट ने जमानत अर्जी मंजूर कर ली है।
ओबीसी कोटे में अनुसूचित जाति के व्यक्ति द्वारा फर्जीवाडे करके नौकरी प्राप्त करने का मामला व्यास ने उजागर किया था। इस संबंध में दूसरे पक्ष ने मामला दर्ज करवा रखा है। मिलीभगत और दबाव में आकर पुलिस ने नंदलाल व्यास को घर से ले गए।
हालांकि जिस मामले में शिकायत कर रखी है, उस मामले में पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। नंदलाल व्यास ने जोधपुर विश्वविद्यालय में शिक्षक भर्ती घोटाले, आईपीएस गिर्राज मीणा पीएचडी प्रकरण समेत कई मामले आरटीआई से उजागर किए हैं। वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहते हैं।