– बीसलपुर डैम के गेट खोले
जयपुर. राज्य के अलग-अलग जिलों में 100 से अधिक गांव टापू बने हुए हैं। यहां तक राहत-बचाव की टीमों को पहुंचने में समय लग रहा है। जगह-जगह पानी भरने से इन इलाकों का संपर्क टूट गया है। सेना और एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स) की टीमें लगातार लोगों को बचाने में जुटी हैं। आज अलग-अलग जिलों से करीब 4300 लोगों को रेस्क्यू किया है, लेकिन अब भी हजारों लोगों को मदद का इंतजार है। वहीं, चंबल नदी 26 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के करीब है। धौलपुर में नदी का लेवल 142 मीटर के ऊपर पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से करीब 12 मीटर अधिक है। धौलपुर के अलावा पूरे हाड़ौती (कोटा, झालावाड़, बारां) में बारिश का कहर दिख रहा है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने आज दोपहर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा किया। बीसलपुर डैम के गेट खोले जा सकते हैं। डैम की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है, बुधवार तक 315.20 आरएल मीटर भर चुका है। दो दिन से लगातार हो रही भारी बारिश का असर प्रदेश के 14 जिलों में सबसे अधिक दिखा है।
कोटा, उदयपुर, भरतपुर संभाग के इन जिलों में स्थानीय प्रशासन के अलावा एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की 17 टीमों के साथ आर्मी के दो कॉलम तैनात हैं। उधर, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने आज दोपहर झालावाड़, बारां में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने बाढ़ व अधिक पानी वाले क्षेत्रों में स्थिति संभाली है। धौलपुर में 1460, बारां में 708, छबड़ा में 13, बूंदी में 15, झालावाड़ में 751, कोटा में 1286 लोगों का रेस्क्यू किया गया। इसके अलावा भी कई बांधों के आसपास बसें गांवों से लोगों निकाला जा रहा है। अब तक चार हजार तीन सौ लोगों का रेस्क्यू का दावा किया जा रहा है। कोटा में सुखनी नदी में डूबने से एक बच्चे की मौत भी हो गई। इस पूरे क्षेत्र में अधिकतर इलाके बाढ़ का सामना कर रहे हैं। वहीं, उदयपुर में भारी बारिश के चलते मंगलवार को 21 बच्चे रातभर स्कूल में फंसे रहे। इन्हें बुधवार सुबह निकाला गया। बीते 24 घंटे में सबसे अधिक बारिश झालावाड़ में 11.3 इंच रिकॉर्ड की गई। 33 में से 26 जिलों में अब तक औसत से करीब 20% ज्यादा बारिश हो चुकी है। कोटा, करौली, धौलपुर सहित कई जिलों में दूर-दराज के गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। तेज बारिश और पानी भरने से स्थानीय नदी-नाले उफान पर है। इस कारण गांव टापू बन गए हैं और ट्रैफिक बंद हो गया है।

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