जयपुर। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ राजस्थान के बीकानेर जिले में जमीन खरीद-फरोख्त एवं बेचान मामलों की जांच सीबीआई को देने से सियासत गरमा गई है। भाजपा ने इस सामान्य प्रक्रिया बताते हुए कहा कि रॉबर्ट वाड्रा की कंपनियों के चार मामले जांच के दायरे में है। दूसरे मामले भी पेचीदा है। ऐसे में सभी मामले सीबीआई को रैफर किए हैं, ताकि जमीनी खरीद-बेचान घोटाले की परतें सामने आ सकी। वहीं कांग्रेस ने इसे सीबीआई का दुरुपयोग बताया है।
पीसीसी चीफ सचिन पायलट ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा और उनकी कंपनियों ने हेराफेरी नहीं की है। अब चुनावी मौसम में सीबीआई जांच के आदेश दे रही है। लेकिन जनता सब कुछ जानती है। सीबीआई जांच के नाम पर बेवजह बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। इस जमीनी मामले को लेकर सरकार ने कमेटी बनाई, लेकिन रिपोर्ट आज तक सार्वजनिक नहीं की। चार साल तक सरकार ने कुछ नहीं किया, अब विधानसभा चुनाव नजदीक बिना वजह यह मामला उठाया जा रहा है। पायलट ने आरोप लगाया कि इस मामले में भाजपा के तीन नेता गिरफ्तार हो चुके हैं। सरकार उनके बारे में क्यों कुछ नहीं बोलती है।