जयपुर। जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक संदीप बख्शी के बंगले पर तैनात दो सुरक्षा गार्डो की गोली के शिकार हुए इंजीनियर स्टूडेंट रोहित कुमावत व गंभीर घायल दो छात्रों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर शनिवार को जस्टिस फॉर रोहित कुमावत संघर्ष समिति संयोजक व अध्यक्ष पंकज शर्मा काकू के नेतृत्व में हजारों की संख्या में युवा शहर के शहीद स्मारक पर जुटे। इस दौरान जयपुर के इंजीनियरिंग छात्रों, अधिवक्ताओं, कुमावत सहित सर्व समाज के हजारों लोगों ने एक स्वर में रोहित के परिवार व घायल छात्रों को न्याय दिलाने व यूनिवर्सिटी के मालिक संदीप बख्शी को गिरफ्तारी की मांग को लेकर पुलिस कमिश्नर के नाम डीसीपी क्राइम विकास पाठक को ज्ञापन सौंपा।
धरने को संबोधित करते हुए पंकज शर्मा काकू ने कहा कि बेबस इंजीनियरिंग छात्रों पर सरे आम गोली चलाने की घटना हुई। जिसमें रोहित की मौत हो गई तो दो अन्य छात्र गंभीर घायल हुए। ह्दय विदारक घटना सामने आने के बाद भी पुलिस रसूखदारों को बचाने में जुटी है। घटना के डेढ़ माह उपरांत भी आज तक आरोपी रहे संदीप बख्शी की गिरफ्तारी तक नहीं की गई, ना ही उसे जांच के दायरे में लिया गया। पुलिस रसूखदार आरोपियों को बचाने की जुगत में लगी हुई है। जिससे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान दी बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव संजय व्यास, डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन महासचिव गजराज सिंह राजावत, एडवोकेट भगवत गौड़, एडवोकेट राजेश शर्मा, एडवोकेट विरेन्द्र सिंह कुमावत, ढूंढाड़ परिषद अध्यक्ष विजयपाल सहित बड़ी संख्या में वक्ताओं ने रोहित के परिवार सहित दोनों घायल छात्रों को न्याय दिलाने की मांग की। धरने को इंजीनियरिंग छात्रों ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि इसके बाद भी सरकार और पुलिस प्रशासन ने मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। बाद में पुलिस कमिश्नर के नाम डीसीपी क्राइम विकास पाठक को प्रकरण में न्याय दिलाने एवं प्रकरण की वास्तविक जांच कराने को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
गौरतलब है कि करीब डेढ़ माह पूर्व जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक संदीप बख्शी के बंगले पर तैनात दो सुरक्षा गार्डों ने सेल्फी ले रहे रोहित कुमावत, देवेन्द्र चौधरी व अन्य छात्र पर दनादन गोलियां दाग छलनी कर दिया था। गोलियां लगने से रोहित कुमावत की हत्या हो गई। एक छात्र की आंख और दूसरे का जबड़ा खराब हो गया। इतनी बड़ी घटना होने पर भी जयपुर पुलिस रसूखदार आरोपी के दबाव में ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रही थी। जिससे लोगों में उबाल ही देखने को मिल रहा है।
अच्छा लेख। धन्यवाद janprahari.com (समाचार )