जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में टैक्स प्रबंधन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। वर्तमान में देश की अर्थव्यवस्था के हालात चिंताजनक हैं। ऎसे में टैक्स विशेषज्ञों के कुशल प्रबंधन से अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल सकती है।
गहलोत शनिवार को जोधपुर मेडिकल कॉलेज के सभागार में नेशनल टैक्स कॉन्फ्रेंस-2020 ‘ज्ञानम’ के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि टैक्स विशेषज्ञ और चार्टर्ड एकाउंटेट तथा संबंधित वकील सरकार के बीच सेतु का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के हालात और उसकी अर्थव्यवस्था के माध्यम से भविष्य के संकेत मिलते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर है। रोजगार और उद्योगों की स्थिति अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंदी का दौर आता-जाता रहता है, लेकिन बेहतर आर्थिक नीतियों एवं कुशल कर प्रबंधन से उसका प्रभाव कम किया जा सकता है। अर्थव्यवस्था उद्योगों एवं व्यापारियों के साथ देश की स्थिति को भी दर्शाती है। आशा है चार्टर्ड एकाउंटेट एवं टैक्स विशेषज्ञ समन्वित रूप से अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए काम करेंगे।
गहलोत ने कहा कि वर्तमान स्थितियों में जीडीपी में बढ़ोतरी के प्रयास किये जाने जरूरी हैं। इसमें टैक्स विशेषज्ञों की बड़ी भूमिका है। जीएसटी की उलझनों को सुलझाकर टैक्स विशेषज्ञ हर वर्ग को राहत पहुंचा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उपस्थित विशेषज्ञों से सुझाव भी आमंत्रित किये ताकि राज्य सरकार के अगले बजट में इनका व्यावहारिक उपयोग किया जा सके। इससे पहले मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों ने टैक्स कॉन्फ्रेंस से संबंधित स्मारिका का विमोचन भी किया।
समारोह में उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री भंवरलाल मेघवाल, विधायक मनीषा पंवार, पूर्व सांसद श्री बद्रीराम जाखड़, पूर्व विधायक श्री कैलाश भंसाली एवं जेडीए के पूर्व चेयरमेन श्री राजेन्द्र सोलंकी तथा देशभर से आए टैक्स कंसल्टेन्ट एवं टैक्स विशेषज्ञ उपस्थित थे।