जयपुर बंद के दौरान खाचरियावास ने जौहरी बाजार स्थित धरना स्थल पर व्यापारियों को किया सम्बोधित, कांग्रेस कार्यकर्ता भी व्यापारियों के साथ जयपुर बंद कराने में हुये षामिल
जयपुर. राजस्थान प्रदेष कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं जयपुर जिलाध्यक्ष प्रतापसिंह खाचरियावास ने आज जयपुर बंद के दौरान जीएसटी से परेषान व्यापारियों के धरने को सम्बोधित करते हुये कहा कि जीएसटी का वर्तमान स्वरूप और केन्द्र सरकार की जिदद पूरे देष को बर्बाद कर देगी। रोटी, कपड़ा और मकान महंगे हो जायेगें। नोटबदंी के कारण पूरा देष आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है। ऐसे में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखना जनता के साथ धोखा है। यदि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लेगें तो इनकी कीमत आधी हो जायेगी।

सरकार सिर्फ अपना फायदा देख रही है, व्यापारी और आम आदमी का फायदा नहीं देख रही है। यूपीए सरकार ने जीएसटी का जो प्रारूप बनाया था, वह सरल था जिसमें अधिकतम टैक्स की दर 18 प्रतिषत थी, लेकिन उस समय आज के षासक दल एनडीए ने विरोध किया था और अब भाजपा सरकार ने जो जीएसटी का प्रारूप पेष किया है वो टैक्स का सरलीकरण नहीं बल्कि लूट का लाईसेंस है। हर रोज का ब्यौरा देना, सैतीस बार रिटर्न भरना व्यापारी वर्ग पर अंकुष लगाने जैसा है जिससे व्यापारियों के लिये कारोबार करना मुष्किल हो जायेगा। इसलिये जीएसटी का सरलीकरण किया जाये और टैक्स स्लेब में संषोधन किया जाये।

खाचरियावास ने कहा कि वास्तविक मुददों से ध्यान हटाकर भाजपा सरकार के लोग व्यापारी को चोर बता रहे हैं जो सीधे-सीधे इस देष के व्यापारियों का अपमान है। सालाना 37 रिटर्न भरना व्यापारी को पूरी तरह से इन्सपेक्टरों की गिरफ्त में देना है। इन्सपेक्टरों के इषारे पर उन्हें जेल भेजने का प्रावधान भी जीएसटी में किया गया है। जिस जीएसटी में सरकार ने सिर्फ खुद का फायदा, व्यापारी के लिये जेल, आम आदमी के लिये महंगाई का जो तोहफा देष की जनता को दिया है उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। यूपीए सरकार के प्रारूप में रोटी, कपड़ा और मकान पर टैक्स नहीं था परन्तु अब हर वस्तु पर बहुत ज्यादा टैक्स लगा दिया गया है। आजादी के बाद पहली बार कपड़े पर टैक्स लगा है, जीएसटी के वर्तमान स्वरूप के बाद पूरे देष में लघु उद्योग-धंधे चैपट हो जायेगें, बेरोजगारी बढ़ेगी और जिस तरह किसान परेषान होकर आत्महत्या कर रहे हैं, अन्य लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जायेगें। इन हालातों में जीएसटी किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं की जा सकती।

खाचरियावास ने कहा कि “वन नेषन वन टैक्स” का जो नारा जीएसटी में दिया गया, वो झूठा साबित हो गया। पांच-पांच तरह के टैक्स लगाये जा रहे हैं, अलग-अलग तरह से लगाये जा रहे हैं और जम्मू-कष्मीर सरकार को जीएसटी के दायरे से बाहर कर दिया गया है जबकि जम्मू-कष्मीर में भाजपा की सरकार है। ऐसे में सरकार जो आर्थिक आजादी का नाटक कर रही है वो वास्तव में देष की जनता को आर्थिक गुलामी में जकड़ने की साजिष है, देष के बडे पचास उद्योगपतियों को फायदा होगा और करोड़ों छोटे व मध्यम व्यापारी बर्बाद हो जायेगें। इसलिये कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने लोकसभा में जीएसटी लागू किये जाने के लोकसभा के स्पेषल सत्र का बहिष्कार कर दिया है क्योंकि कांग्रेस जानती है कि जीएसटी का वर्तमान स्वरूप देष की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा। खाचरियावास ने जयपुर सहित राजस्थान में सफल बंद के लिये व्यापारियों और आम नागरिकों को बधाई दी।

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