वृंदावन। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों की तीन दिवसीय बैठक आज शुक्रवार से यहां वृंदावन में शुरु हुई। आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में संघ के शीर्ष १८० पदाधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहे। बैठक में वर्ष २०१९ में होने वाले लोकसभा चुनाव में 350 से अधिक सीटें कैसे जीती जाएगी, इस पर मंथन चला। इस टारगेट को पूरा करने के लिए दक्षिण के उन राज्यों पर फोकस करने का फैसला किया, जहां भाजपा और संघ मजबूत स्थिति में नहीं है।
ऐसे राज्यों की सीटों पर फोकस करने और वहां कैसे पार्टी जीते एवं संघ-पार्टी का जनाधार बढ़े, उस पर भी विचार-विमर्श हुआ। आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडू, केरल, जैसे राज्यों पर ज्यादा जोर देने और वहां अधिकाधिक कार्यक्रम चलाकर जनता को जोड़ने पर चर्चा हुआ। खासकर केरल में भाजपा और आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्याओं व जुल्म को लेकर विशेष मंथन चला। इसमें तय हुआ कि वहां ज्यादा सक्रिय होकर वामपंथी विचारधारा के खिलाफ जनमत तैयार किया जाए और उनके जुल्मों को उजाकर किया जाए, साथ ही भाजपा को मजबूती से वहां जनता में पैठ बनाने और वाम दलों का भय निकालने की वकालत की गई। उधर, अमित शाह ने मोहन भागवत, महामंत्री रामलाल आदि से केन्द्रीय मंत्रिमण्डल में फेरबदल और पार्टी में बदला पर चर्चा की गई।