जयपुर। राजस्थान के जालौर में आई भीषण बरसात का कहर अब देश व प्रदेश की सबसे बड़ी गौशाला पथमेड़ा में भी देखने को मिल रहा है। जहां बरसात की मार से गायों की दुर्गती ही हो रही है।
जालौर स्थित गौशाला संस्थान पथमेड़ा व उससे संबंद्ध शाखाओं में 536 से अधिक गोवंश की मौत हो गई है। जबकि 2 हजार से अधिक गोवंश बीमारी की चपेट में है। जिनकी अब समय पर तीमदारी नहीं हो पा रही है। बता दें इस गौशाला में 50 हजार से अधिक गोवंश है।
-बांध टूटा तो बह गई गायें
गोशाला प्रबंधन के अनुसार पथमेड़ा सहित उससे संबद्ध गोशालाओं में बरसात का कहर देखने को मिल रहा है। यहां पांचला बांध के टूटने से पानी तेज गति से आया और गायों को अपने साथ बहाकर ले गया। यहां कार्यरत लोग व प्रबंधन से जुड़े संयासी खुद ही अब पानी से गोवंश को निकालकर बचाने में जुटे हैं। यहां 536 गायों की मौत हो चुकी है तो दो हजार से अधिक गायें बीमार होने के साथ ही मरणासन की स्थिति में पहुंच गई है।
-प्रशासन हुआ मौन, चारा भी नहीं
पथमेड़ा में गायों की दुर्दशा को लेकर प्रशासन अभी तक सावचेत नहीं हो पाया है। हालांकि सांसद देवजी पटेल व सांचोर विधायक सुखराम विश्नोई ने गोशला का दौरा किया। लेकिन उनका कार्य भी दौरे तक ही सीमित रहा। पशु चिकित्सक बीमार गायों के उपचार के लिए आए, लेकिन बीमार गायों की संख्या के आगे उनकी टीम बेबस ही नजर आई। दवाओं का स्टॉक कम पड़ गया है तो चारे की उपलब्ध बहुत कम है।