जयपुर। टेंडर में मिलीभगत और फर्जीवाडे के लिए सबसे ज्यादा बदनाम जयपुर ग्रामीण सर्किल एक बार फिर से अपने पुराने ठर्रे पर दौड़ने लग गया है। फर्जीवाड़े के चलते साहब इसी सीट से सस्पेंड हो गए थे, लेकिन दो साल बाद साहब के सीट पर फिर से बैठने के साथ ही सर्किल में फिर से नए खेल शुरू हो गए हैं। सीट पर आते ही साहब ने सबसे पहले सभी ठेका फर्मों की परफोरमेंस रिपोर्ट तैयार करवाई और अब उसी परफोरमेंस रिपोर्ट को आधार बनाकर कई फर्मों को टेंडरों से बाहर कर चहेतों को फायदा पहुंचाने में लगे हैं।
पिछले 5 माह के दौरान सर्किल और डिविजन कार्यालयों में लगे अधिकांश टेंडर अधीक्षण अभियंता ग्रामीण की मेहरबानी से ही दिए गए हैं। इस खेल से आहत एक ठेकेदार ने पिछले 15 दिनों में दो बार सर्किल कार्यालय में अधीक्षण अभियंता को खूब खरीखोटी भी सुना चुके हैं। लगातार उठ रहे सवालों और शिकायतों से परेशान अधीक्षण अभियंता ग्रामीण ने हैण्डपंप निर्माण की 3 निविदाओं को तो निरस्त भी कर दिया है, और ट्यूबवैल निर्माण की भी 3 निविदाओं को भी निरस्त करने की तैयारी चल रही है।